जिला मुख्यालय में हल्की बूंदाबांदी हुई जो शाम को भी होती रही। वहीं हर्षिल में बर्फबारी से घाटी के पहाड़ों पर सफेद चादर बिछ गई है। उधर, यमुनोत्री धाम सहित गीठ पट्टी के 12 गावों में, मां यमुना के शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली गांव में भी बर्फबारी हुई।
बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान का काम हुआ प्रभावित
गोपेश्वर में बर्फबारी से बदरीनाथ धाम में महायोजना मास्टर प्लान का काम प्रभावित हो गया है और मजदूर काम नहीं कर पाए। मास्टर प्लान के कार्य में लगे वाहन और उपकरणों पर भी बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है।
मौसम सामान्य होने पर शुरू होगा काम
मास्टर प्लान का काम देख रहे लोक निर्माण विभाग पीआईयू के अधिशासी अभियंता वीके सैनी ने बताया कि बदरीनाथ धाम में चारों ओर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। मौसम सामान्य होने पर फिर से काम शुरू किया जाएगा।
क्रिसमस और नए वर्ष से पहले औली की पहाड़ियां बर्फ से ढकीं
औली में क्रिसमस और नए वर्ष के आगमन से पहले बर्फबारी होने से पर्यटन से जुड़े व्यापारियों के चेहरे खिल गए हैं। बर्फबारी से औली में पर्यटकों के बढ़ने की उम्मीद है। मंगलवार को हुई बर्फबारी से औली के साथ ही समीपवर्ती पहाड़ियां बर्फ से ढक गई हैं।
पर्यटकों में होगा इजाफा
औली में स्कीइंग की ढलानें भी बर्फ से ढक गई हैं। बर्फबारी के बीच कई पर्यटक चेयर लिफ्ट से औली का दीदार कर रहे थे। औली में पर्यटन व्यवसायियों का कहना है कि क्रिसमस से पहले बर्फबारी शुभ संकेत है। दिसंबर माह के अंत में भी बर्फबारी होती है तो पर्यटकों में इजाफा हो जाएगा।
चमोली : 50 से अधिक गांवों में गिरी बर्फ, रास्तों पर जमी
चमोली जनपद के 50 से अधिक गांवों में बर्फबारी हुई है। निजमुला घाटी के ईराणी, पाणा, झींझी, रामणी, ल्वाणी, घूनी, पडेरगांव, सुंग, कनोल, सुतोल, पेरी के साथ ही जोशीमठ क्षेत्र के नीती घाटी के गांवों में भी बर्फबारी हुई है। गांवों को जाने वाले पैदल रास्तों में भी बर्फ जम गई है। रामणी गांव के ग्राम प्रधान सूरज पंवार ने बताया कि बर्फबारी से कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है।