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- राजधानी में बड़ी ठगी, दूसरों के मकान अपने दर्शाकर बैंक वालों को बनाया उल्लू
एफएनएन. देहरादून। शातिर जालसाजों ने राजधानी में बैंक वालों को ही 97.60 लाख का मोटा चूना लगा दिया। दूसरों के पांच मकान अपने दर्शाकर बैंक से साढ़े 97 लाख का लोन लिया और फरार हो गए।
देहरादून में दूसरों के मकान अपने दिखाकर बैंक के साथ फ्रॉड करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपियों ने किसी और के मकान अपने दिखाकर आईडीबीआई बैंक से 97 लाख 60 हजार रुपये का बड़ा लोन निकलवा लिया और पूरी रकम को डकार गए। बैंक लोन की किस्तें भरने के लिए नोटिस पर नोटिस भेजता रहा, लेकिन किस्तें नहीं भरी गईं। गड़बड़ी का अंदेशा होने पर बैंक ने जांच शुरू की तब कहीं जाकर मामले का खुलासा हो सका। अब इस मामले में नेहरू कॉलोनी पुलिस ने 8 जालसाजों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपियों ने दूसरे के मकान दिखाकर आईडीबीआई बैंक से 97 लाख 60 हजार रुपये का लोन लिया था। आईडीबीआई के सहायक महाप्रबंधक प्रशांत आनंद ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
तो आइए..तफ्सील से बताते हैं कि असल में क्या है यह पूरा मामला? पुलिस के मुताबिक, साल 2017 में कृष्ण कुमार अग्रवाल, प्रविंद्र सैनी, अर्जुन, बिट्टू कुमार, सुमित कुमार, अमर सिंह, गोपाल सिंह और नवीन अग्रवाल ने आईडीबीआई बैंक से 97.6 लाख रुपये का बड़ा लोन लिया था। आरोप है कि इन सभी लोगों ने जालसाजी कर रायवाला के हरिपुरकलां के दूसरों के पांच मकानों के फर्जी दस्तावेज अपने नाम से तैयार करवाए। बैंक अधिकारियों ने इन फर्जी दस्तावेजों की गहराई से जांच-पड़ताल कराए बगैर ही आठों को कुल 97 लाख 60 हजार रुपये का लोन जारी भी कर दिया। लोन लेते वक्त आरोपियों ने अपना बताया था। लोन लेने के बाद आरोपियों ने बैंक में किस्त जमा नहीं कराई। इसके बाद बैंक ने मकान मालिक को नोटिस भेजा। जांच शुरू हुई तो पता चला कि मकान के असली मालिक लक्सर निवासी अशोक कुमार और बिजनौर निवासी सलीम राशिद हैं। बैंक ने इन लोगों से बातचीत की तो असली मालिकों ने लोन नहीं लेने की बात कही। जांच के दौरान पता चला कि लोन लेने के लिए आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कराए थे। अब इस मामले में पुलिस ने 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। सभी आरोपी ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून के रहने वाले हैं। बैंक अधिकारियों की शिकायत पर पुलिस ने इन आठों नामजद आरोपियों के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।