एफएनएन, पौड़ीः उत्तराखंड में पौड़ी के बाल संरक्षण गृह प्रशासन की मुश्किलें अब बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। दरअसल,बाल संरक्षण गृह में 17 वर्षीय किशोर की मौत का मामला अब तूल पकड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। इस पूरे मामले पर गढ़वाल कमिश्नर विजय शंकर पांडे ने मजिस्ट्रेट जांच करने के आदेश कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर ने 17 वर्षीय किशोर द्वारा की गई आत्महत्या को चिंता जनक बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना बाल संरक्षण गृह में नहीं होनी चाहिए थी। फिलहाल इसकी मजिस्ट्रेट जांच के बाद ही पता लग पाएगा कि किन कारणों से किशोर ने आत्महत्या की। वहीं आगे कहा कि जांच में दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कमिश्नर ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। साथ ही पुलिस सीसीटीवी कैमरा को खंगालने का काम भी कर रही है। जिससे पता लगा पाए कि आखिरकार किशोर ने इस तरह का कदम क्यों उठाया, लेकिन सवाल वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों में भी उठता है।
ये है मामलाः
बता दें कि पौड़ी के बाल संरक्षण गृह में बीती 13 सितंबर को 17 साल का बालक जो पोक्सो केस में संरक्षण गृह में था, उसने आत्महत्या की है। दरअसल, बालक ने संरक्षण गृह के बाथरूम में अपनी शर्ट की मदद से आत्महत्या की घटना को अंजाम दिया। प्रथम दृष्टया यह निकलकर आया कि वह बालक मानसिक रूप से परेशान चल रहा था, जिस कारण उसने यह कदम उठाया। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने बालक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।