एफएनएन, रुद्रपुर: एसएसपी उधमसिंह नगर के कार्यालय में ज्ञापन देने पहुंचे भाजपाइयों में एक भाजपा नेता को पिस्टल साथ ले जाना महंगा पड़ गया. एसएसपी ने न सिर्फ नेता जी की क्लास लगाई, बल्कि लिखित में माफी नामा भी लिया. इस दौरान नेताजी का चेहरा देखने लायक था.
एसएसपी कार्यालय में पिस्टल लेकर पहुंचा बीजेपी नेता
उधमसिंह नगर जनपद के एसएसपी कार्यालय में ज्ञापन देने के दौरान भाजपा नेता अपने साथ लाइसेंसी पिस्टल भी ले गया. लेकिन उसको लाइसेंसी पिस्टल ले जाना भारी पड़ गया. भाजपा नेता के कमर में लगी पिस्टल देख एसएसपी आगबबूला हो गए. उन्होंने भाजपा नेता को जमकर फटकार भी लगाई. बाद में लिखित माफीनामा के बाद भाजपा नेता को छोड़ दिया गया. हालाकि इस दौरान उन्होंने कार्यालय के बाहर सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों को भी जमकर फटकार लगाई.
पिस्टल देखकर नाराज हुए एसएसपी
बीजेपी नेता को एसएसपी कार्यालय में लाइसेंसी पिस्टल ले जाना महंगा पड़ गया. एसएसपी ने न सिर्फ उस नेता को फटकार लगाई, बल्कि कार्रवाई करके छोड़ने की चेतावनी भी दे दी. जिसके बाद भाजपा नेता ने एसएसपी से लिखित में माफीनामा मांग कर पल्ला छुड़वाया. दरअसल गुरुवार को भाजपा नेता मुख्यमंत्री राहत कोष के चेक प्रकरण में एसएसपी को ज्ञापन देने पहुंचे थे. इस दौरान भाजपा नेता किरन विर्क लाइसेंसी पिस्टल लेकर एसएसपी के ऑफिस में पहुंच गया.
जैसे ही एसएसपी डॉ टीसी मंजूनाथ ने नेता जी की कमर में पिस्टल देखा तो वह आग बबूला हो गए. उन्होंने किरन विर्क को बुलाकर कहा कि आपको पता नहीं है कि इस कार्यालय में हथियार लेकर आना सख्त मना है. इसको लेकर कार्यालय परिसर में चेतावनी सूचना बोर्ड भी लगाया गया है. लेकिन आप नियमों का उल्लंघन कर अपना लाइसेंसी पिस्टल लेकर इस कार्यालय में आए हैं. क्यों ना आपके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए.
बीजेपी नेता को लिखना पड़ा माफीनाम
इस पर किरन विर्क के माथे पर पसीने छूट गए. वह वहां मौजूद भाजपाइयों के चेहरे ताकते रह गए. एसएसपी का सख्त रवैया देख किरन विर्क उनसे माफी मांगने लगे. लेकिन एसएसपी मौखिक माफी से नहीं माने. इसके बाद अन्य भाजपा नेताओं की रिक्वेस्ट पर एसएसपी ने लिखित में माफीनामा देने को कहा. माफीनामा लिखते समय बीजेपी नेता के चेहरे पर खिसियानी हंसी साफ देखी जा सकती थी. लिखित माफीनामा देने के बाद बीजेपी नेता किरन विर्क को चेतावनी देकर छोड़ा गया. सूत्रों के मुताबिक इसके बाद एसएसपी ने गेट पर सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों की भी जमकर क्लास लगाई. हालांकि एसएसपी ने इस मामले में मीडिया से कुछ भी कहने से इनकार किया.