एफएनएन, देहरादून: उत्तराखंड के अल्मोड़ा में जिले में गुरुवार 13 मई को जंगल की आग का तांडव देखने को मिला. यहां वनाग्नि की चपेट में आने से वन विभाग के चार कर्मचारियों की मौत हो गई. इस घटना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दु:ख व्यक्त किया है. वहीं सीएम पुष्कर धामी ने मृतकों के परिजनों को दस-दस लाख रुपए की आर्थिक देने का भी ऐलान किया है.
इस वनाग्नि में चार कर्मचारी बुरी तरह झुलस भी गए थे, जिन्हें तत्काल एयरलिफ्ट कर हल्द्वानी के बेस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है. अब इन लोगों को दो एयर एंबुलेंस से एम्स दिल्ली शिफ्ट किया जा रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह घटना बेहद हृदयविदारक है. दुःख की इस घड़ी में पूरी उत्तराखंड सरकार वनकर्मियों के परिजनों के साथ खड़ी है.
सीएम ने बताया कि इस हादसे में झुलसकर घायल होने वाले चारों वन्य कर्मियों को तत्काल हल्द्वानी बेस अस्पताल में एयरलिफ्ट करने के निर्देश अधिकारियों को दिए. गंभीर घायलों को आवश्यकतानुसार उपचार हेतु हल्द्वानी से एम्स ऋषिकेश एयरलिफ्ट करने के भी निर्देश मुख्यमंत्री धामी ने दिए. इसके साथ-साथ मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए की अनुग्रह धनराशि दिए जाने के निर्देश मुख्यमंत्री धामी ने दिए है. शुक्रवार को फैसला लिया गया है कि चारों लोगों को दो एयर एंबुलेंस से एम्स दिल्ली शिफ्ट किया जाएगा.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विशेष सचिव पराग मधुकर धकाते ने बताया कि घटना पर शासन पूरी नजर रखे हुए है. मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार घायल कर्मियों को एयरलिफ्ट कर हल्द्वानी अस्पताल लाया जा रहा है. वहीं, मृतकों का आज ही पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है.
बता दें कि ये दुर्घटना गुरुवार दोपहर की करीब 3.30 बजे अल्मोड़ा जिले के बिन्सर वन्यजीव विहार में घटी. जानकारी के मुताबिक अल्मोड़ा के सिविल सोयम वनप्रभाग में आग लगी हुई थी. मामले की जानकारी मिलते ही बोलेरो में सवार होकर 8 वनकर्मी घटना स्थल पर रवाना हुए. वनाग्नि से बोलेरो वाहन में सवार 4 वनकर्मियों की आग में झुलसने से मौत हो गई और चार अन्य वनकर्मी गंभीर रूप से झुलस गए.
हादसे में मरने वाले वनकर्मियों के नाम
- दीवान राम 35 (वन कर्मी)
- करन आर्य- 21 (वन कर्मी)
- त्रिलोक मेहता-56 (वन कर्मी)
- पूरन मेहरा-52 पीआरडी जवान
घायल वनकर्मी
- कृष्ण कुमार (21)
- भगत सिंह भोज (38)
- कैलाश भट्ट (44)
- कुंदन नेगी (44) (पीआरडी जवान)