एफएनएन, दिल्ली: कोरोना संकट के बीच टाटा समूह ने किसी भी कर्मचारी को कंपनी से नहीं निकाला है, लेकिन इसके ठीक उलट कई भारतीय कंपनियों ने देशभर में तालाबंदी (लॉकडाउन) के बाद नकदी की कमी की वजह से कर्मचारियों की छंटनी की है। ऐसे माहौल में देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (TCS) कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी कर रही है। कंपनी ने फैसला किया है कि ये वेतन वृद्धि एक अक्टूबर 2020 से लागू मानी जाएगी। टीसीएस के मुताबिक, कंपनी आर्गेनिक टैलेंट डेवलपमेंट में निवेश जारी रखेगी। इसका मकसद कर्मचारियों की क्षमता बढ़ाना है। TCS के कर्मचारियों ने वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में 1.02 करोड़ घंटे क्लासेस चलाईं, जो पहली तिमाही के मुकाबले 29 फीसदी ज्यादा हैं। बता दें कि 30 सितंबर 2020 तक कंपनी में 4,53,540 कर्मचारी थे।
सैलरी बढ़ाने के साथ ही नए कर्मचारियों की भर्तियां भी शुरू
टीसीएस के अनुसार उनसे 3.52 लाख से भी अधिकक कर्मचारियों को नई टेक्नोलॉजी की ट्रेनिंग दी है। इतना ही नहीं आईटी सर्विसेस का आर्टिजन रेट 8.9 फीसदी रहा, जो अब तक का सबसे कम रेट है। टीसीएस ने ना सिर्फ कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाई है, बल्कि नई भर्तियों की भी तैयारी कर ली है। कंपनी के एचआर ग्लोबल हेड मिलिंद कक्कड़ ने कहा कि नए कर्मचारियों की भर्तियां शुरू कर दी गई हैं। टीसीएस में एचआर के ग्लोबल हेड मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि कंपनी एक अक्टूबर से कर्मचारियों को वेतन बढ़ोतरी का फायदा देगी। इसके अलावा दूसरी तिमाही से नए कर्मचारियों की भर्तियां भी शुरू कर दी हैं। टाटा ने कहा कि अगर आप अपने लोगों के बारे नहीं सोचते हैं, तो एक कंपनी के तौर पर आपका बचे रहना मुश्किल है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, “आप भले कहीं भी रहे, कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। आपके लिए कुछ भी कारण हो सकता है, लेकिन जीवित रहने के लिए आपको अपनी सोच के मुताबिक बदलना होगा।” टाटा ने कहा, “जबकि सभी मुनाफे के पीछे दौड़ रहे हैं।