एफएनएन, देहरादून : उत्तराखंड के मुख्य सचिव डॉ. सुखबीर सिंह संधु 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। प्रशासनिक हलकों में उन्हें सेवा विस्तार दिए जाने की चर्चाएं गरमा रही हैं। इन चर्चाओं की मुख्य वजह प्रधानमंत्री कार्यालय की पसंद बताया जा रहा है। माना जा रहा है कि डॉ. संधु को प्रधानमंत्री कार्यालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट माने जा रहे केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण एवं बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान की जिम्मेदारी दी है। अभी इन दोनों परियोजनाओं का काम पूरा नहीं हुआ है।
1988 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ. संधु जुलाई 2021 में मुख्य सचिव बने थे। उस समय में डॉ. एनएचएआई के अध्यक्ष पद पर थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अनुरोध पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने डॉ. संधु को उत्तराखंड के लिए रिलीव किया था और सोशल मीडिया पर बाकायदा यह जानकारी साझा भी की थी।
प्रशासनिक तंत्र की कमान हाथों में आने के बाद डॉ. संधु ने सचिवालय से प्रशासनिक सुधारों की धीरे-धीरे शुरूआत की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टिकरण के मंत्र के अनुरूप सचिवालय में ई-फाइलिंग से लेकर नियमित समीक्षाओं और प्रशासनिक अधिकारियों के फील्ड दौरों तक के फैसलों को फाइलों से बाहर निकालने के प्रयास हो रहे हैं। साथ ही सीएम धामी के 2025 तक उत्तराखंड को अग्रणीय राज्य बनाने के संकल्प में मुख्य सचिव और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम की खास भूमिका है। ऐसी स्थितियों में मुख्य सचिव को सेवा विस्तार देने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
- यूपी और एमपी की भाजपा सरकारों में सीएस को दिया जा चुका सेवा विस्तार