
एफएनएन, देहरादून : सीमा पर देश की रक्षा के लिए भारतीय सैनिक और देश के अंदर कानून व्यवस्था बनाने के लिए पुलिसकर्मी मुस्तैद रहते हैं तो इन्हीं जवानों के बच्चे देश का मान बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं। इसी की एक मिसाल शहीद हवलदार राजपाल सिंह नेगी की बेटी प्रीति नेगी बनी हैं। हाल ही में 23 दिसंबर को देहरादून रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों की भीड़ किसी के स्वागत में पहुंची थी। रेलवे स्टेशन पर दूसरे शहरों से आने वाले यात्री समझने का प्रयास कर रहे थे कि ढोल नगाड़ों के साथ किसका इतना उत्साहपूर्ण स्वागत हो रहा है। अधिकतर सैनिक, वर्दी वाले लोग स्वागत के लिए खड़े थे। तभी स्टेशन पर एक घोषणा होती है कि उत्तराखंड की बेटी प्रीति नेगी रिकॉर्ड बनाकर लौटी हैं।
शहीद हवलदार राजपाल सिंह नेगी की बेटी ने पाकिस्तान का रिकॉर्ड तोड़कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस घोषणा के साथ ही समझ आ गया कि ये स्वागत कार्यक्रम प्रीति नेगी के लिए ही है। उनके लिए वहां पहुंचे लोगों के साथ ही दूसरे शहरों से आए यात्रियों का भी सीना भी गर्व से चौड़ा हो गया। आइए जानते हैं कि प्रीति नेगी कौन हैं, उनकी उपलब्धि क्यों खास है।
- प्रीति नेगी कौन हैं?
प्रीति नेगी उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग की रहने वाली हैं। प्रीति तेवड़ी सेम रुद्रप्रयाग के हवलदार शहीद राजपाल सिंह नेगी की बेटी हैं। उनके पिता साल 2002 में आतंकवादियों से लड़ते हुए जम्मू कश्मीर में शहीद हो गए थे। इस घटना के बाद पूरा परिवार कमजोर पड़ गया लेकिन प्रीति नेगी में खून तो एक बहादुर सिपाही का ही है। उन्होंने हार नहीं मानी। मां भागीरथी देवी को संभाला और पिता की तरह की देश के मान के लिए मेहनत करने लगीं।
- प्रीति नेगी का करियर
प्रीति नेगी एक पर्वतारोही हैं। उन्हें बचपन से खेलकूद, बाइकिंग, साइकिलिंग और ऊंची चोटियों पर चढ़ाई का शौक था। प्रीति ने अगस्त्य मुनि से शिक्षा हासिल की। पढ़ाई के दौरान ही साल 2015 में स्टेट बॉक्सिंग में शामिल हुई और साल 2016 में पर्वतारोहण में बेसिक कोर्स भी किया। उसके बाद उन्होंने कई चोटियों पर पर्वतारोहण किया।
ट्रेनिंग के बाद वह साल 2017 में यूथ फाउंडेशन में इंस्ट्रक्टर के तौर पर लड़कियों को प्रशिक्षित करने का काम करने लगीं। साल 2018 में पर्वतारोहण का ए ग्रेड कोर्स किया। जिसके बाद उन्होंने डीकेडी से 5670 मीटर तक की चढ़ाई की।
- प्रीति नेगी की उपलब्धि
प्रीति नेगी ने 18 दिसंबर को ऐसी उपलब्धि अपने नाम की, जो पूरी दुनिया में भारत का मान बढ़ा रही है। उन्होंने साइकिल से अफ्रीकी महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी को फतह कर लिया। इसी के साथ प्रीति ने एक नया विश्व रिकार्ड बना लिया है। प्रीति ने साइकिल से अफ्रीकी महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर तिरंगा फहराया और इस कार्य में उन्हें महज तीन दिन का समय लगा।
- पाकिस्तान का रिकॉर्ड तोड़ा
इस सफलता की खास बात यह है कि प्रीति ने पाकिस्तान का रिकॉर्ड तोड़ दिया। पाकिस्तान की समर खान ने अफ्रीकी महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो की चढ़ाई साइकिल से 4 दिन में पूरी की थी लेकिन प्रीति ने तीन दिन में रिकॉर्ड तोड़ते हुए इतिहास रच दिया।

