एफएनएन, ऋषिकेश : पर्वतीय क्षेत्र में सुबह हुई मूसलधार बारिश के कारण यमकेश्वर प्रखंड के नालों और गधेरों (बरसाती नाले) में पानी भर गया है। जिस कारण ऋषिकेश और हरिद्वार के बीच चीला मार्ग पर बीन नदी में ऊफान आ गया। हल्द्वानी से एम्स ऋषिकेश आ रहा एक कैदी वाहन बीच नदी में फस गया। तीन घंटे से ज्यादा वक्त बीत जाने के बावजूद वाहन वही फसा रहा। लक्ष्मण झूला थाने से क्रेन मंगाकर वाहन को निकाला जा रहा है। बीन नदी में उफान आने के कारण इस मार्ग पर यातायात अवरुद्ध है। लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र के अंतर्गत बैराज स्थित पुलिस पिकेट और चीला चौकी पुलिस को अधिकारियों ने सख्त हिदायत दी है कि जब तक नदी में पानी सामान्य नहीं हो जाता तब तक दोनों ओर से किसी भी वाहन को आगे ना जाने दिया जाए। थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद उनियाल ने बताया कि यदि संबंधित दिशा से आने वाले कोई भी वाहन नदी में फंसते हैं तो संबंधित चौकी और पैकेट के अधिकारियों की जवाबदेही तय की गई है।
उन्होंने बताया कि हल्द्वानी से सोमवार को एक कैदी वाहन एम्स ऋषिकेश के लिए आया था। दोपहर करीब 12:30 बजे यह वाहन बीन नदी के बीच पानी में फंस गया। वाहन में एक कैदी व दो अन्य स्टाफ सवार थे। चालक ने अपने स्तर पर वाहन को निकालने की कोशिश की मगर वह सफल नहीं हो पाया। जिसके बाद पुलिस टीम को मौके पर भेजा गया। अन्य वाहन की मदद से इस कैदी वाहन को निकालने की कोशिश की गई मगर वाहन गहरे गड्ढे में फंसा हुआ था। इस वाहन को निकालने के लिए थाना लक्ष्मण झूला से क्रेन मौके पर भेजी गई। तीन घंटा बीत जाने बाद भी यह कैदी वाहन नदी में ही फंसा रहा। कैदी वाहन के नदी में फंस जाने से पौड़ी जिला पुलिस प्रशासन हरकत में आया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी रेणुका देवी ने थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद उनियाल से इस संबंध में आवश्यक जानकारी ली। एसएसपी ने स्पष्ट कहा कि जब नदी में ऊफान आ रखा है तो यह वाहन यहां तक कैसे पहुंच गया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि कैदी वाहन के चालक ने वाहन बड़ा होने का हवाला देते हुए अपनी जिम्मेदारी पर जिद करते हुए वाहन को आगे बढ़ा दिया था। उन्होंने बताया कि हरिद्वार और ऋषिकेश की दिशा से आने वाले सभी वाहनों को बीन नदी से निकलने पर फिलहाल प्रतिबंध लगा दिया गया है।