उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू
एफएनएन, उत्तरकाशी : ऑगर मशीन हटाने की प्रक्रिया जारी है। प्लाज्मा कटर मशीन से काटकर ऑगर मशीन को हटाया जा रहा है।
17 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग पूरी
पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्टिकल ड्रिलिंग का काम जारी है। अब तक 17 मीटर ड्रिलिंग हो चुकी है।
सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को दिए जा रहे हैं सॉलिड फूड व फल
सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को नियमित सॉलिड फूड व फल भी दिए जा रहे हैं। यह भोजन 57 मीटर लंबे व छह इंच मोटी स्टील की पाइप के जरिये दिया जा रहा है। भोजन के पैकेट को रस्सियों पर बांधा जा रहा है। रस्सी के जरिये पाइप के अंदर से भोजन श्रमिकों तक पहुंचाया जा रहा है। श्रमिक के पास रस्सी का दूसरा छोर है। भोजन के पैकेट बंध जाने के बाद सुरंग में फंसे श्रमिक रस्सी खींचते हैं फिर धीरे-धीरे भोजन के पैकेट व अन्य सामग्री दूसरी ओर जाता है।
“मैं नहीं चाहता कि मेरा बेटा सुरंग में काम करें”, सुरंग में फंसे मजदूर के पिता बोले
उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूर के पिता ने कहा कि मैं नहीं चाहता कि मेरा बेटा अब सुरंग में काम करे।
वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए की गई थी दो जगहों की पहचान
सिलक्यारा सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए कई विकल्पों में से एक वर्टिकल ड्रिलिंग है। वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए दो जगहों की पहचान की गई थी और दोनों ही ऊंचाई वाली निर्माणाधीन सुरंग सिलक्यारा के किनारे पर हैं। एसजेवीएन ने लगातार बचाव प्रयासों के 15वें दिन पहाड़ी के ऊपर सुरंग के शीर्ष पर वर्टिकल ड्रिलिंग कार्य शुरू कर दिया है। वहीं दूसरे विकल्प के तौर पर सुरंग के ऊपर दूसरे हिस्से में वर्टिकल ड्रिलिंग का काम भी शुरू कर दिया गया है।
15 मीटर से अधिक पूरी हुई वर्टिकल ड्रिलिंग
वर्टिकल ड्रिलिंग 15 मीटर से अधिक पूरी हुई। अभी चार दिन का समय और लगेगा। दूसरी तरफ प्लाज्मा कटर से औगर के फंसे पार्ट को काटा जा रहा। कल तक यह काम पूरा हो जाएगा। साथ ही सुरंग के बाकी हिस्से पर मैनुअल ड्रिलिंग में ट्रेंचलेस के श्रमिक मोर्चा संभालेंगे। आर्मी को ड्रिफ्ट टनल का काम दिया गया, जो मलबे के भाग से सुरंग के दाएं भाग से शुरू किया जाएगा।