एफएनएन, नई दिल्ली: हाथरस कांड में दंगों की साजिश को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। प्रवर्तन निदेशालय की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना के बहाने प्रदेश में जातीय दंगे फैलाने के लिए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) को मॉरीशस से करीब 50 करोड़ रुपये मिले थे। ईडी ने दावा किया है कि पूरी फंडिंग 100 करोड़ से अधिक रुपये की थी। पूरे मामले की तफ्तीश की जा रही है।
इस्ससे पहले मंगलवार को दिल्ली से हाथरस जा रहे 4 लोगों को मथुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया। ये चारो पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के सदस्य बताए जा रहे हैं. पुलिस ने इनके पास से भड़काऊ साहित्य बरामद किया था। इससे पहले यूपी पुलिस ने एक वेबसाइट के जरिए दंगों की साजिश का दावा भी किया है। हाथरस पीड़िता को इंसाफ के नाम पर बनाई गई इस वेबसाइट में कई आपत्तिजनक बातें कही गई थी। हाथरस में हिंसा की साजिश के पहलू पर ED ने भी केस दर्ज कर लिया है। ईडी की शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि यूपी में जातीय हिंसा भड़काने के लिए 100 करोड़ रुपये से अधिक की फंडिंग की गई थी। मौजूदा वक्त की बात करें तो पीएफआई 23 राज्यों में अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। हालांकि, इसकी कार्यप्रणाली पर हमेशा सवाल उठते रहे हैं। इसके बावजूद संगठन खुद को न्याय, स्वतंत्रता और सुरक्षा का पैरोकार बताता है।