- गंभीर आरोप : सिर्फ 1200 लोगों पर ट्रायल करने वाली विदेशी कंपनी को 13000 व्यक्तियों पर टीका टेस्ट करने वाली स्वदेशी कंपनी पर तरजीह क्पों?
एफएनएन, नई दिल्ली: विपक्षियों के साथ ही अपने भी मोदी सरकार पर हमलावर है। ऑकसफोर्ड यूनिवर्सिटी में विकसित कोविशील्ड वैक्सीन को स्वदेशी कोवैक्सीन पर तरजीह दिए जाने पर भाजपा राज्यसभा सदस्य डॉ. सुब्रहमण्यम स्वामी ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा हमला बोला है। डॉ. स्वामी ने कहा कि पीएमओ में भ्रष्ट अफ़सरों की भरमार है। बेहतर ट्रायल के बावजूद देसी वैक्सीन से पहले विदेशी को दी मंज़ूरी दी गई है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर लिखा “यह जानकर मैं स्तब्ध हूं कि भारत बायोटेक एक स्वदेशी कंपनी ने तीसरे चरण में 13, 000 व्यक्तियों पर परीक्षण किया है और अंग्रेजी वैक्सीन कंपनी ने 1200 लोगों पर टेस्ट किया है।
इसके बावजूद कांट्रैक्ट भारतीय कंपनी को नहीं, अंग्रेजीी कंपनी को दिया गया है।” एक अन्य ट्वीट कर स्वामी ने पीएमओ में काम कर रहे अफसरों पर सवाल उठाया है।
पीएम देशभक्त लेकिन पीएमओ में गलत अफसरों की भरमार
स्वामी ने लिखा “मुझे हमेशा से पता था कि अगर सही तथ्यों को पीएम को ध्यान में लाया जाता है तो वह देशभक्त के रूप में काम करते है। लेकिन जब विशेष रूप से पीएमओ, एनएसए और विदेश मंत्री में उनके आसपास सही लोग नहीं है। पीएमओ में कई भ्रष्ट व्यक्ति हैं। पीएम को पहले पीएसए को हटा देना चाहिए।”
सपा सुप्रीमो अखिलेश ने बताया ‘भाजपा का टीका’
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोविड-19 टीकाकरण को ”भाजपा का टीका” करार दिया और कहा कि वह टीका नहीं लगवाएंगे। यादव ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा, ”मैं टीका पर कैसे विश्वास कर सकता हूं, जिसका इस्तेमाल भाजपा द्वारा टीकाकरण के लिए होगा? हम भाजपा का टीका नहीं लगवाएंगे।”
बता दें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा तैयार की जा रही कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी गई है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ‘कोविशील्ड’ वैक्सीन को एस्ट्रेजेनिका के साथ मिलकर तैयार कर रही है। सीडीएससीओ की विशेषज्ञ समिति ने कोविशील्ड को मंजूरी देने का अनुमोदन किया है अब ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) इस अनुमोदन पर विचार कर इस अंतिम रूप से मंजूरी देने पर काम करेगा।