- दीवाली भी फीकी रहने की आशंका, आउटसोर्स कर्मी भी भारी आर्थिक संकट में
एफएनएन, देहरादून। समग्र शिक्षा अभियान और माध्यमिक स्कूलों में तैनात राज्य के हजारोंअतिथि शिक्षकों और कुछ विभागों में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों को दो माह से वेतन-मानदेय नहीं मिल पाया है। दीवाली भी फीकी रहने की आशंका है। साल के सबसे बड़े त्योहार से ठीक पहले पाई पाई को तरस रहे आक्रोशित शिक्षक-कर्मचारियों ने सरकार से फौरन वेतन दिलवाने की मांग की है।
जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र बहुगुणा ने कहा कि सितम्बर से अभी तक शिक्षकों का वेतन नहीं मिला है। त्योहारी सीजन में वेतन न मिलने के कारण शिक्षकों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। निदेशालय और सरकार से कई बार लिखापढ़ी के बाद भी वेतन अवमुक्त नहीं किया गया है। इससे शिक्षकों में गहरी नाराजगी है। उन्होंने सरकार से समग्र शिक्षा अभियान के अधीन कार्यरत शिक्षकों का वेतन दीवाली से पहले दिलवाने का आग्रह किया है।
अतिथि शिक्षकों को भी दो माह से मानदेय नहीं
माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री दौलत जगूड़ी ने कहा कि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के निर्देश के बावजूद अतिथि शिक्षकों को दो महीने से मानदेय नहीं मिला। बजट की नियमित व्यवस्था न होने की वजह से हर दूसरे-तीसरे महीने मानदेय रुक जाता है। अब जो हाल है, उससे लगता है कि दिवाली तक भी मानदेय शायद ही मिल पाए। जगूड़ी ने कहा कि एक ओर सरकार परमानेंट कर्मचारी-शिक्षकों को बोनस देने की तैयारी कर रही है, वहीं अल्पवेतन भोगी कर्मचारी मानदेय के लिए तरस रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि दिवाली से पहले मानदेय हर हालत में बंटवा दिया जाए। इधर, शिक्षा निदेशक आरके कुंवर ने वेतन दीवाली से पहले दिलवाने का भरोसा दिलाया है।
उपनल कर्मचारी भी नाराज
उपनल कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष दीपक सिंह चौहान ने भी कई विभागों में दो-दो महीने से मानदेय न देने का आरोप लगाया है। बताया- कुछ विभागों में कर्मचारी दो-तीन माह से मानदेय से वंचित हैं। उन्होंने भी हर माह पहले हफ्ते में मानदेय भुगतान सुनिश्चित कराने पर जोर दिया है।