- अब आरटीओ दफ्तर के चक्कर नहीं काटने होंगे
एफएनएन, हल्द्वानी : जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशों के क्रम में खनिज निकासी का काम करने वाले वाहनों की फिटनैस एम-फिटनैस एप के माध्यम से होगी। सम्भागीय परिवहन कार्यालय के साथ-साथ जनपद के पांच खनन प्रभागों मे भी एप के जरिये फिटनेस की जायेगी। जिसके लिए स्थान एवं दिवस तय कर दिये गये है। पहले फिटनेस का काम परिवहन विभाग द्वारा मैनुअली किया जाता था। अब वाहनोें के फिटनेस का काम एप के जरिये होगा। जिलाधिकारी श्री बंसल ने बताया कि तमिलनाडु के बाद उत्तराखण्ड देश का दूसरा राज्य है जहां वाहनों की फिटनैस एप के माध्यम से की जा रही है। जनपद नैनीताल में यह व्यवस्था जिलाधिकारी के निर्देशन में प्रथम बार तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। इस व्यवस्था के लागू होने से खनन वाहन स्वामियों को सुविधा होगी तथा खनन वाले वाहन शहर मे प्रवेश नही करेंगे व जाम की स्थिति नही होगी तथा खनन वाहनों से होनी वाली दुर्घटनाओ पर भी रोक लगेगी। उन्होने बताया कि जनपद की गौला,कोसी तथा नंधौर नदियों मे उपखनिज निकासी (खनन) की जाता है। जिसमें बडी संख्या मे वाहन निकासी का कार्य करते हैं। एम-एप की रैंज सम्भागीय परिवहन अधिकारी कुमाऊं सम्भाग कार्यालय हल्द्वानी तक ही सीमित थी यह एप अक्षांश तथा देशान्तर के मानकों के अनुसार कार्य करता है। आरटीओ आफिस की परिधि के बाहर एप क्रियाशील नही है ऐसे में जिले भर के खनन के वाहनों को एप के जरिये फिटनेस के लिए आरटीओ आफिस आना पडता था। जिलाधिकारी श्री बंसल के आदेशो के क्रम मे अब एम फिटनेस एप के माध्यम से जनपद के पांच स्थानों पर किया जायेगा। इन स्थानों के चयन के साथ ही दिनों का भी निर्धारण कर दिया गया है। सम्भागीय परिवहन कार्यालय हल्द्वानी के निकट मैदान मे प्रत्येक सोमवार तथा शुक्रवार को, लालकुआं खनन प्रभाग हेतु खुरपिया फार्म मैदान महालक्ष्मी मन्दिर के सामने प्रत्येक मंगलवार को, हल्द्वानी खनन प्रभाग हेतु फिटनेस का कार्य आंवला चैकी मैदान मे प्रत्येक बुधवार को किया जायेगा। इसके अलावा नंधौर खनन प्रभाग के वाहनो का फिटनैस कार्य चोरगलिया मैदान में प्रत्येक शनिवार को तथा रामनगर खनन प्रभाग के खनन वाहनों का फिटनैस शिवलालपुर चुंगी मैदान मे प्रत्येक गुरूवार को किया जायेगा। इन स्थानोें पर निर्धारित दिवसों मे फिटनेस का कार्य सम्भागीय निरीक्षक परिवहन विभाग के देखरेख मे होगा। फिटनेस वाले वाहनों के फोटो व अन्य डाटा एम फिटनैस एप में अपलोड किये जायंेगे। सम्बन्धित वाहन की फिटनैस एप द्वारा जारी की जायेगी। इस व्यवस्था से जर्जर, आयु पूर्ण कर चुके तथा प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को फिटनेस नही मिल पायेगी।