एफएनएन, देहरादून : अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षाओं पर ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षाओं के अलग-अलग गैंग हैं, जिनमें बड़ा गैंगवार है। आयोग के पूर्व अध्यक्ष एस राजू ने बातचीत में यह बात स्वीकारी। उन्होंने कहा कि इस वजह से चाहकर भी वह आठ से अधिक ऑनलाइन परीक्षाएं नहीं करा पाए।
आयोग के अध्यक्ष रहे एस राजू ने कहा कि आयोग की परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर नकल माफिया सक्रिय हैं। इनमें कई सफेदपोश से लेकर कोचिंग संस्थानों के मालिक भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि ऑफलाइन परीक्षाओं का अलग और ऑनलाइन परीक्षाओं का अलग गैंग है। इनके बीच गैंगवार है। उन्होंने पेपर लीक जैसी घटनों से सुरक्षा के तौर पर ऑनलाइन मोड में परीक्षाएं शुरू कीं।
वन दरोगा, सहायक कृषि अधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी, सहायक लेखाकार, जेई, वैयक्तिक सहायक जैसी आठ परीक्षाएं ऑनलाइन भी कराईं, लेकिन ऑफलाइन परीक्षाओं के माफिया इन परीक्षाओं के विरोध में दुष्प्रचार पर उतर आए। दबाव में आकर उन्होंने आगे की ऑनलाइन परीक्षाओं का फैसला रोक लिया। इसी प्रकार, जब भी कोई ऑफलाइन परीक्षा कराई जाती है तो ऑनलाइन नकल माफिया इस परीक्षा के दुष्प्रचार में जुट जाते हैं ताकि आयोग दबाव में आकर ऑनलाइन परीक्षाएं कराए।
- कोचिंग सेंटरों की भूमिका संदेह के घेरे में
आयोग के अध्यक्ष रहे एस राजू का कहना है कि कोचिंग संस्थानों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। कई परीक्षाओं में समय-समय पर कोचिंग सेंटर संचालकों की मिलीभगत सामने भी आ चुकी है।