एफएनएन, देहरादून : रविवार का दिन यूपी और राजस्थान राज्यों के लिए बड़ी आपदा लेकर आया। प्रयागराज मंडल, कानपुर और राजस्थान के आमेर व आसपास के इलाकों के लिए यह दिन बेहद बुरा साबित हुआ। इन दोनों ही राज्यों में आकाशीय बिजली गिरने की वजह से 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। यूपी के प्रयागराज में प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता सहायता का ऐलान किया है। राजस्थान सरकार ने भी पीड़ित परिवारों की मदद का ऐलान किया है। राजस्थान सरकार ने मृतकों के परिवारा को 5 लाख रुपये मदद की घोषणा की है। भारत मौसम विज्ञान विभाग पहले ही उत्तर भारत के कई स्थानों पर सोमवार सुबह तक मूसलाधार बारिश होने की चेतावनी जारी की थी। केरल में मानसून के सक्रिय होने से रविवार को भी राज्य के कई हिस्सों में लगातार बरसात हुई। मौसम विभाग ने पांच उत्तरी जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया था। वहीं, आज से दिल्ली में अच्छी बारिश की उम्मीद है। उत्तराखंड में तो पिछले दो दिन से कई स्थानों पर भारी बारिश हो रही है।
राजस्थान में पर्यटकों पर सेल्फी लेते समय गिरी बिजली
राजस्थान के आमेर, जयपुर, झालावाड़ और धौलपुर में आकाशीय बिजली गिरने से करीब 25 लोगों की मौत की खबर है। यहां 20 के करीब लोग बिजली गिरने से घायल भी हुए हैं। बताया जा रहा है कि आमेर के किले के पास खुशनुमा मौसम का आनंद ले रहे पर्यटकों पर सेल्फी लेते वक्त बिजली गिरी, जिस समय बिजली गिरी ये लोग वाच टॉवर पर थे और बिजली गिरते ही नीचे गिर पड़े। यहां 12 लोगों की मौत हो गई।
प्रयागराज में 14, कानपुर में 18 की मौत
भारी बारिश के साथ आकाशीय बिजली का कहर प्रयागराज और आसपास के इलाकों में भी टूटा। इस पूरे मंडल में बिजली गिरने की वजह से 19 लोगों की मौत की खबर है। प्रयागराज में आकाशीय बिजली की वजह से 14 लोगों की मौत की खबर है, जबकि कौशांबी में चार और प्रतापगढ़ में एक व्यक्ति की मौत हो गई। ये सभी घटनाएं प्रयागराज मंडल के ग्रामीण इलाकों में हुईं। आकशीय बिजली से एक दर्जन जानवरों की भी मौत हुई हैं। सरकार की तरफ से ऐसे लोगों की भी मदद की जाएगी, जिनके जानवर आकशीय बिजली की वजह से मारे गए हैं। प्रदेश में कानपुर देहारत में भी आकाशीय बिजली गिरनी की वजह से 18 लोगों की मौत की खबर है।
पीएम मोदी ने जताया दुख
पीएम नरेंद्र मोदी ने आकाशीय बिजली गिरने की वजह से हुई मौतों पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने कहा कि राजस्थान के कुछ इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इससे अत्यंत दुख हुआ है। मैं मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।
उत्तराखंड में आपदा से छह मौत
उत्तराखंड में करीब तीन सप्ताह के बाद से बारिश ने जोर पकड़ा और तबाही मचानी शुरू कर दी। बागेश्वर जिले में मकान के भूस्खलन की चपेट में आने से एक बच्चे सहित दंपती की मौत हो गई। अल्मोड़ा में नदी में पिता पुत्र बह गए। वहीं टनकपुर में नाले में बहने से महिला की मौत हो गई।
मौसम विभाग की सलाह
मौसम विभाग ने केरल और गुजरात के मछुआरों के लिए मौसम संबंधी चेतावनी जारी करते हुए उन्हें अगले दो दिनों तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई थी। मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून को दिल्ली सहित उत्तर भारत में 10 जुलाई तक दस्तक देना था, लेकिन रविवार शाम तक ऐसा नहीं हुआ। वहीं, उत्तराखंड में भी 11 व 12 जुलाई के लिए पर्वतीय क्षेत्र में भूस्खलन, नदी नालों का जल स्तर बढ़ने और रास्ते बंद होने की चेतावनी दी गई है।
आज से दिल्ली में अच्छी बारिश की उम्मीद
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि दिल्ली के ऊपर मानसून के सक्रिय होने की अनुकूल परिस्थितियां हैं, क्योंकि पूर्वी हवाओं की वजह से हवा में आर्द्रता बढ़ गई है। निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से भी मॉनसून को गति मिलेगी. हम सोमवार को अच्छी बारिश होने की उम्मीद कर रहे हैं।