एफएनएन, काकीनाडा : आंध्र प्रदेश के एक मेडिकल कॉलेज से छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न का सनसनीखेज मामला सामने आया है. यह केस पूर्वी गोदावरी जिले के काकीनाडा स्थित रंगाराय मेडिकल कॉलेज की है. मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग को आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
सीएम ने मामले को गंभीरता से लिया, कार्रवाई के आदेश
रंगाराय मेडिकल कॉलेज में यौन उत्पीड़न के आरोपों के सिलसिले में अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई की है. पुलिस ने छात्राओं को परेशान करने के आरोपी तीन लैब तकनीशियनों को हिरासत में लिया है, जबकि एक मुख्य संदिग्ध फरार है. गिरफ्तार किए गए लोगों में जिमी राजू, गोपालकृष्ण और प्रसाद शामिल हैं, जो सभी कॉलेज के विभिन्न विभागों में कार्यरत हैं. चौथा आरोपी बायोकेमिस्ट्री लैब अटेंडेंट कल्याण चक्रवर्ती फरार बताया जा रहा है.
3 कर्मचारी हिरासत में, एक फरार
सूत्रों का कहना है कि कल्याण चक्रवर्ती छुट्टी पर था. शिकायत सामने आने के बाद, विभागाध्यक्ष (HOD) ने तुरंत उसकी छुट्टी रद्द कर दी. हालांकि, कार्रवाई से पहले ही, कल्याण ने कथित तौर पर अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया और पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए फरार हो गया.
लोगों में आक्रोश का माहौल
इस घटना पर जनता और छात्र समुदाय की ओर से तीखी प्रतिक्रिया हुई है. कई लोगों ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और शैक्षणिक संस्थानों में बेहतर सुरक्षा उपायों की मांग की है. अधिकारियों ने गहन जांच का आश्वासन दिया है और कहा है कि साक्ष्यों और बयानों के आधार पर आगे गिरफ्तारियां और विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
50 छात्राओं ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की
यह घटना मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी में बीएससी और डिप्लोमा कर रही 50 छात्राओं की शिकायतों के बाद सामने आई. खबरों के मुताबिक, एक लैब असिस्टेंट और एक अन्य स्टाफ सदस्य पर छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया गया है, कॉलेज प्रिंसिपल को एक औपचारिक शिकायत मिली, जिसके बाद आंतरिक जांच शुरू की गई.
मामले की गहन जांच
8 जुलाई को, कई छात्राओं द्वारा संकाय के समक्ष चिंता व्यक्त करने के बाद, कॉलेज की आंतरिक समिति ने एक जांच की. जांच के दौरान, लगभग 50 छात्राओं ने माइक्रोबायोलॉजी, पैथोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री विभागों के स्टाफ सदस्यों द्वारा अनुचित व्यवहार के परेशान करने वाले अनुभव साझा किए.
छात्राओं ने यौन उत्पीड़न के बारे में बताया
कुछ पीड़ितों ने ईनाडु-ईटीवी भारत को अपने साथ हुए उत्पीड़न के बारे में बताया. पूछताछ के दौरान, छात्रों ने दो कर्मचारियों के नाम विशेष रूप से लिए. विभाग की रिपोर्ट के बाद, मुख्यमंत्री ने जवाबदेही सुनिश्चित करने और छात्र कल्याण की रक्षा के लिए तत्काल और सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
लैब असिस्टेंट ने छात्राओं को धमकाया
यह भी आरोप लगाया गया है कि आरोपी लैब असिस्टेंट में से एक ने खुद को स्थायी कर्मचारी बताया और छात्राओं को धमकाया कि उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती. आंतरिक समिति को कथित तौर पर बताया गया कि कुछ कर्मचारी नशे की हालत में ड्यूटी पर पहुंचे थे. इस बीच, पूछताछ के दौरान आरोपी कर्मचारियों ने आरोपों से इनकार करते हुए दावा किया कि उन्होंने किसी के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया.
आरोप सिद्ध होने पर होगी कड़ी कार्रवाई
इस मामले पर बोलते हुए, प्राचार्य डॉ. विष्णुवर्धन ने कहा कि शिकायत मिलने पर तुरंत जांच शुरू कर दी गई और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर आरोप सही पाए गए, तो डीएमई (चिकित्सा शिक्षा निदेशक) के निर्देशों के अनुसार, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.