एफएनएन, रुद्रपुर : कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद लावारिस कांग्रेस के कुछ पाला बदलुओं को नया ठिकाना मिल गया है। यशपाल आर्य की कांग्रेस में वापसी के साथ ही उन्होंने अपना रंग बदलना शुरू कर दिया है। कल तक जो यशपाल का नाम लेने से भी कतराते थे, आज फेसबुक पर उनकी सक्रियता का अंदाजा देखकर ही लगाया जा सकता है। नेता प्रतिपक्ष रहीं कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा हृदयेश के इर्द-गिर्द जिले के कुछ नेताओं को मंडराते हुए देखा जा सकता था।
जन सरोकारों से दूर इन नेताओं को बड़ी ठेस जनप्रिय नेता इंदिरा हृदयेश के निधन से लगी। अन्य नेताओं के 36 का आंकड़ा था तो इन्हें नए ठिकाने की तलाश थी। यह तलाश अब यशपाल आर्य की कांग्रेस में वापसी से खत्म हो गई है।सोशल मीडिया पर यशपाल की वापसी की खबर के साथ ही उनकी तस्वीरें गवाही दे रही हैं कि इन पाला बदलुओ का न कोई और है और न कोई ठौर। सरकार आ गई तो क्या कहने ! पूरे पांच साल मौजा ही मौजा। सूत्रों की मानें तो इनमें से कई तो यशपाल आर्य को फोन भी खटखटा चुके हैं और उनके घर पर भी दस्तक देने वाले हैं। आखिर दस्तक दें भी क्यों न, कुछ महीनों की रुसवाई के बाद उन्हें उम्मीद की किरण जो दिखाई दी है। जिसका वक्त अच्छा होगा, उसी के साथ चल देंगे।