पूरे परिवार को गोलियों से भूनकर युवती को उठा ले जाने का दिया है खुला अल्टीमेटम
दिल्ली में पढ़ रही लड़की को खुद को हिंदू बताकर पहले जाल में फांसा, फिर करता रहा रेप
इस्लाम कबूल कर निकाह नहीं करने पर अश्लील फोटो-वीडियो वायरल करने की धमकी भी दे रहा
एफएनएन, शामली-उत्तर प्रदेश। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली में नाम बदलकर हिन्दू लड़की से रेप करने और धर्मांतरण का दबाव बनाने का ‘लव जेहाद’ का केस प्रकाश में आया है। शिकायत पर पुलिस ने ज़ाकिर अंसारी नाम के युवक के विरुद्ध एफआईआर FIR दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
यह सनसनीखेज वारदात शामली जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र की है। पीड़िता ने तहरीर देकर पुलिस को बताया कि वो दिल्ली के शाहदरा इलाके में पढ़ाई करती है। वास्ते कभी-कभार दिल्ली से घर आने के लिए ट्रेन पकड़ती थी। कुछ महीने पहले ट्रेन में उसकी मुलाकात बागपत के रहने वाले ज़ाकिर अंसारी से हुई। ज़ाकिर ने खुद को हिन्दू और अपना नाम जैकी बताया। मीठी-मीठी बातों के जाल में फंसाकर विश्वास में लेते हुए उससे सोशल मीडिया पर भी जुड़ गया।

एक दिन ज़ाकिर पढ़ाई के सिलसिले में बातचीत के बहाने खाने-पीने का सामान और कोल्डड्रिंक लेकर पीड़िता के दिल्ली स्थित कमरे पर आ गया। आरोप है कि कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ था, जिससे पीते ही बेसुध हो गई। मौके का फायदा उठाकर ज़ाकिर अंसारी ने पीड़िता से रेप किया और इसकी तमाम आपत्तिजनक वीडियो और फोटो बना डाली। कुछ दिनों बाद ज़ाकिर ने बुलाया तो उसने मना कर दिया। तब आरोपित ने अश्लील फोटो और वीडियो दिखाते हुए उन्हें वायरल करने का डर दिखाकर छात्रा को ब्लैकमेल किया।
पीड़िता की मजबूरी का फायदा उठाकर ज़ाकिर फिर उसके कमरे पर आया और दुबारा उससे दुष्कर्म किया। इसी दिन पीड़िता ने जैकी का पहचान पत्र देखा तो पहली बार पता चला कि वह तो मुस्लिम है। दूसरी बार रेप के बाद ज़ाकिर पीड़िता पर निकाह का दबाव बनाने लगा। डरी-सहमी छात्रा उसकी हाँ में हाँ मिलती रही। एक-दो दिन बाद ज़ाकिर फिर से पीड़िता के कमरे पर आकर शारीरिक संबंध बनाने की जिद करने लगा। किसी तरह पीड़िता ने उसे कमरे से बाहर भेजा। बाद में उसका मोबाइल नंबर ब्लॉक भी कर दिया।
कुछ दिन तक बात नहीं होने पर ज़ाकिर भड़ककर पीड़िता के कोचिंग सेंटर तक पहुँच गया और एक बार फिर इस्लाम कबूल कर निकाह का दबाव बनाया। बात नहीं मानने पर अश्लील फोटो, वीडियो वायरल कर आत्महत्या को मजबूर कर देने की धमकी भी दी गई। ज़ाकिर ने यहां तक कह दिया कि यूपी पुलिस भी उसका कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएगी।
आरोप है कि ज़ाकिर का भाई शाकिर और बहनें निक़हत, सोनी भी कॉल, मैसेज कर इस्लाम कबूल कर लेने का दबाव बनाने लगे। इनकार पर ये तीनों भी जान से मार डालने की धमकी देते थे। धमकियों से डरकर पीड़िता पढ़ाई बीच में ही छोड़कर शामली में अपने गाँव लौट आई। इसके बावजूद ज़ाकिर एक परिचित के साथ पीड़िता के गाँव तक पहुँच गया।
गाँव पहुँचकर ज़ाकिर ने पीड़िता के भाई का मोबाइल नंबर बहाने से माँग लिया और उसी नंबर से पीड़िता को कॉल कर धमकाया कि तेरे परिवार वालों को गोली मारकर तुझे उठा ले जाऊँगा।
पीड़िता ने धमकियों से डरकर परिजनों को सारी बात बताई। पीड़िता के परिजनों ने ज़ाकिर को कॉल कर के समझाने की कोशिश की तो वो उल्टे उनसे ही बड़ी रकम की डिमांड करने लगा। आरोप है कि बागपत जिले की एक महिला नेत्री भी पीड़िता और उनके परिजनों को आरोपितों की तरफ से धमकी दे रही है।
आखिरकार पीड़िता ने परिजनों की सहमति से झिंझाना थाने में तहरीर देकर ज़ाकिर अंसारी, उसकी दो बहनों, एक भाई और धमका रही नेत्री के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64 (2)m, 351 (3), 308 (1) और 123 के साथ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म सम्परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज करवा दी है। पुलिस मामले में जाँच और अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई कर रही है।