- निर्वाचित पदाधिकारियों को हटाकर मनोनीत को मौका देना चुनाव में बनेगा बड़ा सवाल
एफएनएन, रुद्रपुर : यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर की मनमानी पार्टी का बंटाधार न कर दे ! निर्वाचित पदाधिकारियों को हटाकर मनोनीत पदाधिकारियों को मौका दिया जाना बड़े सवाल पैदा कर रहा है। ऐसे में जबकि कांग्रेस अपना अस्तित्व तलाश रही है, यह मनमानी मिशन 2022 में महंगी साबित न जो जाए। यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर विवादों में चल रहे हैं। विवाद संगठन में ही मनमानी को लेकर है। आरोप है कि भुल्लर किसी की नहीं सुनते और अपने लोगों को संगठन में मौका देकर निर्वाचित पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं। यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अभिषेक शुक्ला के इस्तीफे के पीछे भी यही मनमानी और उन्हें अधिकार विहीन कर देना था। शुक्ला के इस्तीफे के बाद विवाद और खुलकर सामने आ गया। मंगलवार को जिला महासचिव रिजवान सलमानी, जिला सचिव प्रनजीत साहा, विधानसभा उपाध्यक्ष सितारगंज शिव वर्धन गंगवार, विधानसभा महासचिव किच्छा नितेश कुशवाहा, विधानसभा उपाध्यक्ष रुद्रपुर बंटी मंडल, रुद्रपुर ब्लाक अध्यक्ष कौशल विश्वास ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया। कौशल और शिव वर्धन क्षेत्र पंचायत सदस्य भी हैं। कौशल जिले में सबसे कम उम्र के क्षेत्र पंचायत सदस्य हैं। इन सभी ने प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर पर मनमानी और अधिकार छीनने का आरोप लगाया है। आरोप यह भी है कि वह कांग्रेस को कमजोर करने में लगे हुए हैं। सभी चुने हुए पदाधिकारियों के हाथ बांध दिए गए हैं। ऐसी स्थिति में वह काम नहीं कर सकते। आरोप है कि सुमित्तर किसी की नहीं सुनते और मनमानी करते हैं। रिजवान सलमानी का कहना है कि संगठन के चुनाव में वह किच्छा विधानसभा अध्यक्ष नियुक्त हुए थे लेकिन उन्हें बिना पूछे ही जिला महासचिव बना दिया गया जो गलत है। विधानसभा अध्यक्ष से बूथ कमेटी बनाने तक का अधिकार छीन लिया गया है। ऐसी स्थिति में कैसे संगठन चलेगा।