
एफएनएन, मथुरा: सिविल लाइन में बने वकीलों के चैंबरों पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया. इससे आक्रोशित अधिवक्ताओं ने कचहरी पर रोड जाम कर दिया. अधिवक्ताओं ने नारेबाजी करते हुए अधिकारियों के खिलाफ नाराजगी जाहिर की और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. अनिश्चितकालीन हड़तालः दरअसल, रविवार को कचहरी रोड कलेक्ट परिसर में अधिवक्ताओं के चैंबरों पर बुलडोजर चला दिया गया.
चेंबर टूटने की सूचना पर सैकड़ों वकील सोमवार को पहले डीएम कार्यालय का घेराव किया. अधिकारियों का संतुष्ट जवाब न मिलने पर सिविल लाइन पर रोड जाम कर दिया और अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इसके बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया. अधिवक्ताओं ने कहा, न्यायालय प्रसार में कोई कामकाज नहीं किया जाएगा. जब तक पुनः चैंबर नहीं बन जाएंगे, तब तक विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे.
कमेटी गठितः जाम की सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन और पीएसी बुलाकर अधिवक्ताओं को समझाया गया. अधिवक्ताओं के ज्ञापन पर डीएम ने चेंबर तोड़ने के प्रकरण में कमेटी गठित की है. जिसमें अपर जिलाधिकारी, राजस्व और एसपी सिटी शामिल हैं.
शैलेश कुमार दुबे ने बताया कि मथुरा बार एसोसिएशन अधिवक्ताओं के 300 चैंबर रविवार की रात को बुलडोजर चला कर तोड़ दिए गये. अधिकताओं को किसी प्रकार का कोई नोटिस नहीं दिया गया. क्लाइंट के महत्वपूर्ण दस्तावेज कंप्यूटर लैपटॉप और जरूरी कागजात गायब हो गए हैं. पुलिस प्रशासन का रवैया बेहद ही खराब है. हम लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे.
बिना नोटिस दिए गिराए चैंबरः अधिवक्ता राजेंद्र फरारी ने कहा कि जो सबकी लड़ाई लड़ता है, उसको आज सड़कों पर उतरकर अपनी बात रखनी पड़ रही है और विरोध करना पड़ा है. जिला प्रशासन ने बिना किसी नोटिस के अधिवक्ताओं के 300 चैंबर रात ही रात में ध्वस्त कर दिए, जो कि गलत है. अगर चैंबर अवैध थे, तो जब बन रहे थे तब क्यों नहीं रोका गया. जब तक चैंबर नहीं बनेंगे तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल करते रहेंगे.





