एफएनएन, दिल्ली : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि अब जब कोरोना के मामले कम होने लगे हैं तब मैं अब संसद सत्र के दौरान दिल्ली जाऊंगी और वहां कुछ नेताओं से मिलूंगी। उन्होंने कहा कि अगर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मिलने का समय देते हैं तो मैं उनसे भी मिलूंगी। इसके अलावा ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए।
एनएचआरसी की रिपोर्ट लीक की गई: ममता बनर्जी
वहीं कथित चुनाव के बाद हुई हिंसा पर एनएचआरसी की रिपोर्ट को लेकर ममता बनर्जी ने कहा कि अदालत में इसकी रिपोर्ट जमा करने के बजाय उन्होंने इसे लीक कर दिया है। उन्हें अदालत का सम्मान करना चाहिए। यदि यह राजनीतिक प्रतिशोध नहीं है तो वे रिपोर्ट कैसे लीक कर सकते हैं? वे ऐसा करके बंगाल के लोगों को बदनाम कर रहे हैं।
वैक्सीन देने में हो रहा भेदभाव: ममता बनर्जी
हमें 14 करोड़ वैक्सीन खुराक की जरूरत है लेकिन हमें पर्याप्त रूप से टीके नहीं मिल रहे हैं। हमें केवल 2.12 करोड़ टीके मिले हैं। हमने खुद 18 लाख टीके खरीदे हैं। कुछ राज्यों को अधिक टीके मिल रहे हैं, कुछ को बिल्कुल नहीं मिल रहे हैं।
यूपी में कानून का राज नहीं: ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने कहा कि पीएम मोदी अच्छी तरह जानते हैं कि यूपी में कानून का राज नहीं है। उन्होंने वहां कितने कमीशन भेजे हैं? हाथरस से लेकर उन्नाव तक कई घटनाएं हो चुकी हैं। पत्रकारों को भी नहीं बख्शा। वे बंगाल को बदनाम करते हैं। सबसे ज्यादा हिंसा चुनाव के पहले हुई थी।
राज्य की अर्थव्यवस्था पर दवाब करेंगे कम: ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने कहा कि हम राज्य की अर्थव्यवस्था पर दबाव कम करने के लिए तीन योजनाएं पेश करने जा रहे हैं। हमने उन स्थानीय लोगों के लिए एक कदम उठाया है जो चक्रवात से हुए नुकसान के कारण अपनी आजीविका खो चुके हैं और सुंदरबन एवं दीघा के लिए अन्य मास्टर प्लान पेश करने का फैसला किया है।