लखीमपुर खीरी में किसानों के एक चीनी मिल पर 228 करोड का बकाया है, इसी भुगतान को कराने के लिए किसान संगठन धरने पर है। पांच दिन पहले प्रशासन ने बकाया का 10 प्रतिशत भुगतान कराने का वादा किया था, कल जब डेडलाइन बीत गई तो किसानों ने मिल गेट पर धरना देकर मिल के अंदर के कर्मचारियों को बाहर आने जाने से रोक दिया।
- एफएनएन, लखीमपुर खीरी : खीरी जिले के बजाज ग्रुप की खम्भार खेड़ा चीनी मिल पर किसानों का पिछले सत्र 228 करोड़ रुपये का बकाया होने से राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के नेतृत्व में ग्यारह दिनों से किसानों का धरना प्रदर्शन चल रहा है। 28 अगस्त को संगठन के मुखिया वी एम सिंह भी खंभारखेड़ा आए थे। उसी दिन किसानों ने जल समाधि लेने की कोशिश की थी। प्रशासन के समझाने पर और एक अगस्त तक बकाया का 30 करोड किसानों के खाते में भेज देने की बात पर सहमति होने पर जल समाधि स्थगित हो गई थी। लेकिन एक अगस्त को महज 10 करोड़ रूपए का भुगतान देने पर किसान नही माने। उन्होनें गुरुवार को चीनी मिल के चारों गेटों पर धरना देकर बैठ गए। किसानों ने किसी को भी अंदर नही जाने दिया, वहीं अंदर मौजूद किसी को बाहर नही आने दिया।
- एक सितंबर को जीएम से हुई थी वार्ता, वह भी नही हुई पूरी
एक सितंबर को जब पूर्व वार्ता के अनुसार भुगतान नही हुआ तो शाम को जनरल मैनेजर सुबोध शुक्ला ने किसानों से वार्ता कर दो सितंबर को बारह बजे तक समय मांगा था। लेकिन दो सितंबर को दस करोड़ रुपये ही मिल प्रबंधन ने गन्ने का भुगतान किया। जिससे गुस्साए किसानों ने मिल के सभी गेटों को जाम कर दिया।