एफएनएन, लखनऊ : बाबुओं के ट्रांसफर में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने खेल कर दिया। आरोप है कि कई दिनों से लिस्ट बनाते रहे लेकिन ट्रांसफर आदेश 12 जून की डेट में जारी कर दिया। ”सिंचाई विभाग में मलाई काट रहे मुख्य अभियंता के चहेते बाबू” शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने के बाद प्रमुख अभियंता कार्यालय से दो प्रशासनिक अधिकारियों सौमित्र श्रीवास्तव और अभिषेक केसरवानी का पटल परिवर्तन कर दिया। लेकि 8-10 वर्षों से एक ही पटल पर जमे बाबुओं को नहीं हटाया गया।
शारदा सहायक तेलीबाग में तैनात प्रधान सहायक रोहित पाठक का प्रमोशन होने के बाद ट्रांसफर आर्डर छह महीने पहले जारी हो चुका है लेकिन मुख्य अभियंता प्रभाकर प्रसाद उसे रिलीव नहीं कर रहे। शारदा सहायक तेलीबाग कार्यालय 8 साल से एक ही पटल पर जमे स्टेनोग्राफर दीनानाथ श्रीवास्तव का भी पटल परिवर्तन नहीं किया गया। कार्य प्रभारित अधिष्ठान प्रकोष्ठ में तैनात प्रधान सहायक राजेश कुमार और अम्बरीश वर्मा भी वहीं जमे हैं। इन बाबुओं के महत्वपूर्ण पटल पर बरसों से जमे होने से सिंचाई विभाग में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है।
दो वर्ष में ही कर दिया पटल परिवर्तन
सिंचाई विभाग ने जिन बाबुओं की लिस्ट जारी की है जिसमें से चार कर्मचारियों का दो वर्ष में ही पटल परिवर्तन कर दिया। जबकि विभाग में 4 से 10 साल एक ही पटल पर पूरा कर चुके कई कर्मचारी पूर्व कार्यालय में ही कार्य कर रहे हैं। सिंचाई विभाग में अभी तक केवल प्रशासनिक अधिकारियों के स्थानांतरण एवं पटल परिवर्तन के आदेश जारी हुए हैं। शेष पदों पर तैनात जैसे वैयक्तिक सहायक, स्टेनो, प्रधान सहायक, वर्ग सहायक एवं कनिष्ठ सहायकों के स्थानांतरण आदेश अब तक जारी नहीं हुए हैं।