एफएनएन, रामनगर: रामनगर पहुंचे ननवनिर्वाचित सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि मुझे अपने सारे वादे पूरी तरह याद हैं. उन्होंने कहां कि कॉर्बेट नगरी रामनगर को वन्यजीव पर्यटन की राजधानी बनाएंगे. अनिल बलूनी ने पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट पर जीत पाई है. बलूनी ने कांग्रेस के गणेश गोदियाल को हराया था.
नवनिर्वाचित सांसद अनिल बलूनी चुनाव जीतने के बाद पहली बार रामनगर पहुंचे. इस मौके पर रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट के के साथ ही बड़ी संख्या में मौजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. सम्मान समारोह कार्यक्रम के दौरान सांसद अनिल बलूनी ने सभी का आभार व्यक्त किया.
पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट के नवनिर्वाचित सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि चुनाव के दौरान जनता से किए गए सभी वादे पूरे किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि हमने कहा था कि रामनगर को पूरे देश ही नहीं, बल्कि विश्व की वन्य जीव पर्यटन की राजधानी बनाएंगे. उसको लेकर काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि रामनगर में रेल सेवा बढ़ाने के साथ ही अन्य कनेक्टिविटी बढ़ाई जाएंगी. जल्द ही रामनगर की जनता को इसका लाभ मिलेगा.
बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी प्रदान किए जाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि रामनगर में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को लेकर स्थानीय विधायक दीवान सिंह एवं स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत के साथ वह स्वयं जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ वार्ता करेंगे. इस पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित करेंगे.
रामनगर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर बनाने को लेकर सरकार पूरी तरह प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि सरकार ने शीघ्र ही सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों व अन्य स्टाफ की तनाती के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश के कुछ सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने को लेकर कुछ अस्पतालों को पीपीपी मोड पर दिया था. इनमें रामनगर का सरकारी अस्पताल भी शामिल था. उन्होंने कहा कि वह जब भी रामनगर आए, तभी लोगों ने पीपीपी मोड पर संचालित अस्पताल की व्यवस्थाओं के खिलाफ नाराजगी व्यक्ति की.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब सरकार ने फैसला लिया है कि पीपीपी मोड पर संचालित सभी अस्पतालों को सरकार वापस लेकर अपने संरक्षण में चलाएगी. अस्पतालों में पर्याप्त संसाधन जुटाने के साथ विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती भी की जाएगी. धन सिंह रावत ने कहा कि जनता और जनप्रतिनिधि भी लगातार अस्पताल को पीपीपी मोड से हटाने की मांग कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सितंबर तक इन अस्पतालों को सरकार स्वयं चलाएगी.