एफएनएन, खटीमा: उधम सिंह नगर के खटीमा स्थित मुड़ेली इलाके में घर में आग लगने से एक लकवाग्रस्त बुजुर्ग की झुलसने से मौत हो गई. मृतक के परिजन दो मंजिल में सोए हुए थे. देर रात घर में आग की लपटें देख परिजन व पड़ोसी जाग गए. वहीं परिजनों द्वारा फायर टीम को सूचना दी गई.फायर टीम के द्वारा घटनास्थल पर आग बुझाने तक बुजुर्ग व्यक्ति श्याम लाल गंगवार (79) की मौत हो गई. लकवाग्रस्त होने की वजह से बुजुर्ग आग से अपनी जान नहीं बचा पाया. वहीं पूर्व में चंपावत टनकपुर में दिव्यांग सेवानिवृत शिक्षिका की आग लगने से मौत का मामला सामने आया था.
सर्द सीजन में रात के समय अग्निकांड होने या अंगीठी के धुएं में दम घुटने से बुजुर्गों जनों के मौत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. ताजा मामला उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के खटीमा क्षेत्र में रविवार देर रात एक बुजुर्ग की कमरे में आग लगने से मौत हो गई. घटना खटीमा के मुड़ेली इलाके में हुई, जहां लकवाग्रस्त बुजुर्ग श्यामलाल (उम्र 79) के कमरे में अज्ञात कारणों से आग लग गई. बुजुर्ग लकवाग्रस्त होने के चलते स्वयं को आग से नहीं बचा पाया.
जिस कारण उसकी झुलसने से दुखद मौत हो गई.घटना के वक्त श्यामलाल नीचे कमरे में सो रहे थे, जबकि उनका परिवार दो मंजिला मकान में सोया था. घटना की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू तो पा लिया, लेकिन तब तक बुजुर्ग की मौत हो गई थी.परिजनों के अनुसार बीड़ी की वजह से शायद बिस्तर में आग लग गई होगी.क्योंकि बुजुर्ग मृतक श्यामलाल बीड़ी पीते थे. वहीं पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर सोमवार को शाम को शव परिजनों को सौंप दिया है.
गौर हो कि दिव्यांग या असहाय बुजुर्ग की अग्निकांड की चपेट में आकर जलकर मौत का खटीमा का पहला मामला नहीं है. इससे पहले 13 फरवरी 2024 को खटीमा से लगे जनपद चंपावत के टनकपुर ज्ञान खेड़ा में रहनी वाली दिव्यांग सेवानिवृत शिक्षिका 55 वर्षीय भावना वर्मा की शॉर्ट सर्किट की वजह से उनके कमरे में लगी आग से जलकर मौत हो गई थी.अपनी शारीरिक अक्षमता के चलते वह भी खुद को आग से नहीं बचा पाई थी. वहीं ठंड के चलते हीटर में आग सेंकने के दौरान यह हादसा सामने आया था.