Friday, April 25, 2025
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नगर निगम चुनाव पर अब सबकी निगाहें, सीट ओबीसी कराने की जद्दोजहद में जुटे कुछ भाजपाई, मानस जयसवाल के नाम की चर्चा

एफएनएन, रुद्रपुर : नव वर्ष के इस्तकबाल के बाद अब सबकी निगाहें नगर निकाय चुनाव पर लग गई हैं। रुद्रपुर नगर निगम की सीट हॉट बन गई है। कुछ भाजपाई इसे ओबीसी कराने की जद्दोजहद में जुटे हैं और चर्चा में एक नाम चल रहा है वो है मानस जयसवाल का। सूत्रों की मानें तो इसके लिए कोशिशें भी शुरू हो गई हैं। वहीं यदि यह सीट ओबीसी महिला हुई तो माना जा रहा है कि मानस जायसवाल की पत्नी चुनाव मैदान में उतर सकती हैं, हालांकि विरोधी खेमे के कुछ लोग इसमें तकनीकी खामी बताकर कसरत में जुट गए हैं।

इसी वर्ष 2023 में नगर निकाय चुनाव और अगले साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं। प्रदेश में राजनीतिक दलों की निगाहें निकाय चुनाव में इसलिए भी लगी हैं, क्योंकि यह चुनाव कहीं न कहीं लोकसभा चुनाव पर भी असर डालेंगे। ऐसे में सभी की नजर जिताऊ और दमदार प्रत्याशी की ओर है। रुद्रपुर नगर निगम सीट पर परिवर्तन होना तय है क्योंकि यह दो बार एससी सीट हो चुकी है।

इस बार इसके ओबीसी पुरुष या ओबीसी महिला होने की पूरी उम्मीद है। कुछ भाजपाई भी इसी तिकड़म में लगे हैं। हालांकि जो होना है वह एक्ट के मुताबिक ही होना है। अगर यह सीट ओबीसी होती है तो चर्चा में एक नाम तैर रहा है, वह है मानस जयसवाल का। दरअसल, मानस जयसवाल का परिवार लंबे समय से संघ से जुड़ा हुआ है। उनके पिता पुराने संघी है। इसके साथ ही मानस जयसवाल भी बचपन से ही संघ में रुचि रखकर कार्य करते आ रहे हैं। लोगों का तो यहां तक कहना है कि इस परिवार ने कभी राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं रखी, न ही कभी पार्टी से कुछ मांगा। अब मौका अपनी बात रखने का है तो मानस जयसवाल ने दावेदारी ठोक दी है।

सूत्रों के मुताबिक मानस जयसवाल के समर्थन में शहर के कुछ व्यापारी डॉक्टर और गणमान्य लोग पैरवी में लगे हैं। वहीं अगर यह सीट ओबीसी महिला होती है तो मानस जयसवाल की पत्नी को मौका मिल सकता है लेकिन कुछ लोग तकनीकी खामी बताकर अभी से अपनी तैयारी शुरू कर दिए हैं। खैर जो भी हो पर भाजपा मेयर के लिए उसी का नाम घोषित करेगी, जिस पर कोई दाग न हो, हालांकि तैयारी में तो कई एक लगे हुए हैं। शहर के चौराहों पर लगे उनके होल्डिंग भी उनकी दावेदारी का सबूत है, लेकिन मौका किस बेदाग छवि और पार्टी में निष्ठा रखने वाले व्यक्ति को मिलता है यह तो वक्त ही बताएगा।
क्रमश :

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