एफएनएन, रुड़की : हरिद्वार जिले में फिर कोरोना संक्रमण ने दस्तक दे दी है। कोतवाली रुड़की में तैनात एक पुलिसकर्मी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसके बाद से हड़कंप की स्थिति है। संपर्क में आने वाले अन्य पुलिसकर्मियों की भी कोविड जांच कराई जाएगी। पुलिसकर्मी को आइसोलेट किया जा रहा है।
- 29 दिसंबर को आरटीपीसीआर जांच कराई गई थी
कोतवाली रुड़की में तैनात एक पुलिसकर्मी हरिद्वार में एक प्रशिक्षण था। जिसके लिए 29 दिसंबर को उसकी आरटीपीसीआर जांच कराई गई थी। सिविल अस्पताल रुड़की के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ संजय कंसल ने बताया कि पुलिसकर्मी की आरटीपीसीआर जांच पॉजिटिव आई है। पुलिसकर्मी हरिद्वार में प्रशिक्षण ले रहा था।
- अन्य पुलिसकर्मियों की भी कोविड जांच कराई जाएगी
पुलिसकर्मी को आइसोलेट कराने के लिए कहा गया है। साथ ही पुलिसकर्मी के संपर्क में आने वाले अन्य पुलिसकर्मियों की भी कोविड जांच कराई जाएगी। पुलिसकर्मी की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। जिले में कोरोना का यह पहला मामला है।
कोरोना के इस वैरीयंट की जांच कराने के लिए जेनेटिक सिक्वेंस के लिए सैंपल दिल्ली भेजा जाएगा। जिससे पता चल सके कि यह कोरोना का कौन सा वैरिंट है। सीएमएस ने बताया कि 29 दिसंबर को 29 व्यक्तियों के सेंपल लिए गए थे। जिसमें केवल एक पॉजिटिव आया है।
- बच्चों और बुजुर्गों को तंग कर रहा वायरल
ऋषिकेश में शुष्क ठंड के चलते लोग वायरल फीवर की चपेट में आ रहे हैं। ऋषिकेश क्षेत्र के अस्पतालों में सर्दी, खांसी, जुकाम और वायरल के मरीजों की की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शुष्क ठंड से सबसे अधिक प्रभावित बच्चे और बुजुर्ग हो रहे हैं। अस्पतालों की ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ गई है।
राजकीय एसपीएस चिकित्सालय ऋषिकेश की ओपीडी में प्रतिदिन सर्दी, खांसी, जुकाम सहित निमोनिया से प्रभावित रोगी बड़ी संख्या में आ रहे हैं। अमूमन 100-120 के करीब रहने वाली ओपीडी में इन दिनों 150 से अधिक लोग पहुंच रहे हैं।
इनमें अधिकतर रोगी वायरल फीवर की चपेट में हैं। बुजुर्ग भी ऐसी ही शिकायत के चलते उपचार के लिए अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। इसके अलावा एलर्जी के मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है।