Friday, May 9, 2025
03
20x12krishanhospitalrudrapur
previous arrow
next arrow
Shadow
Homeराज्यउत्तर प्रदेशचीन को झटका, सैमसंग यूपी में लगाएगी मोबाइल डिस्प्ले यूनिट

चीन को झटका, सैमसंग यूपी में लगाएगी मोबाइल डिस्प्ले यूनिट

  • 4825 करोड़ रुपये के भारी भरकम निवेश का किया ऐलान, अगले पांच साल में 50 अरब डालर के निर्यात का लक्ष्य
एफएनएन, नई दिल्लीः दक्षिण कोरिया की दिग्गज इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग चीन को तगड़ा झटका देते हुए उत्तर प्रदेश के नोएडा में 4825 करोड़ रुपये की लागत से ओएलईडी मोबाइल एंड आईटी डिस्प्ले प्रोडक्शन यूनिट लगाएगी। शुक्रवार को हुई मोदी कैबिनेट की बैठक में भारी-भरकम विदेशी निवेश वाले इस महत्त्वपूर्ण प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी गई है। खास बात यह है कि यह यूनिट पहले चीन में लगाई जानी थी, लेकिन कंपनी ने चीन से अपना कारोबार समेटकर यूपी में निवेश करने का फैसला किया है।
उत्तर प्रदेश के नोएडा में लगेगी डिस्प्ले यूनिट
सैम्संग यूपी के नोएडा में मोबाइल और आईटी डिस्प्ले बनाने की यूनिट स्थापित करेगी। नोएडा में इस यूनिट को लगाने पर सैमसंग को भारत सरकार की स्कीम फॉर प्रमोशन ऑफ मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स ऐंड सेमीकंडक्टर्स (एसपीईसीएस) के तहत 460 करोड़ रुपये का वित्तीय प्रोत्साहन भी मिलेगा।ओएलईडी मोबाइल डिस्प्ले बनाने वाला विश्व का तीसरा देश होगा भारत
सैम्संग के इस कदम से भारत, ओएलईडी तकनीक से मोबाइल डिस्प्ले बनाने वाला दुनिया का तीसरा देश बन जाएगा। वियतनाम और दक्षिण कोरिया के बाद नोएडा में यह सैमसंग की तीसरी यूनिट होगी।

1500 से ज्यादा नौजवानों को मिलेगा रोजगार
उत्तर प्रदेश के निवेश मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि भारी-भरकम निवेश और औद्योगिक विकास को देखते हुए योगी सरकार ने सैमसंग के इस प्रोजेक्ट को विशेष प्रोत्साहन देने का फैसला किया है। इस परियोजना के नोएडा में लगने से 1,510 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। वहीं, बड़ी संख्या में लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार भी मिलेगा। इस परियोजना के पूरा होने पर यूपी को दुनिया में अलग पहचान मिलेगी। विगत वित्तीय वर्ष में 27 अरब डॉलर के निर्यात के साथ सैमसंग उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा निर्यातक है।

यूपी सरकार भी कैपिटल सब्सिडी और स्टांप ड्यूटी में देगी छूट

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा घोषित रियायतों के अलावा इस प्रोजेक्ट के लिए योगी सरकार ने भी अपनी इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग नीति के तहत कैपिटल सब्सिडी और स्टांप ड्यूटी में सैम्संग को छूट देने का ऐलान किया है। चीन से विस्थापित होकर उत्तर प्रदेश आ रही इस परियोजना को पूंजी उपादान के लिए भारत सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार स्थिर पूंजी निवेश में पुरानी मशीनों की लागत को भी अनुमन्य किया जाएगा। बता दें कि सैमसंग समूह ने अगले पांच वर्षों में कुल 50 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य रखा है।

 

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments