Thursday, April 24, 2025
03
20x12krishanhospitalrudrapur
previous arrow
next arrow
Shadow
Homeराज्यउत्तराखंडपंतनगर एटीसी इंचार्ज को आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज, परिजनों...

पंतनगर एटीसी इंचार्ज को आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज, परिजनों ने जताई साजिश की आशंका

एफएनएन, रुद्रपुर: पंतनगर एयरपोर्ट के एटीसी इंचार्ज की संदिग्ध परस्थितियों में हुई मौत के मामले में परिजनों ने थाना पंतनगर में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. परिजनों ने एटीसी इंचार्ज की मौत के पीछे साजिश की आशंका जताई है. एटीसी इंचार्ज आशीष चौसाली संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए थे.

24 जून 2024 को पंतनगर एयरपोर्ट के आवासीय परिसर में एटीसी इंचार्ज आशीष चौसाली का संदिग्ध परस्थितियों में शव मिला था. इसके बाद परिजनों ने साजिश की आशंका व्यक्त करते हुए मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है. दरअसल 24 जून की सुबह में एटीसी इंचार्ज का शव उनके आवास में लटकता हुआ मिला था. आशीष चौसाली ने महिला की वेशभूषा रखी थी. पीएम रिपोर्ट में भी आशीष की मौत का कारण हैंगिंग से होना पाया गया है.

WhatsApp Image 2023-12-18 at 2.13.14 PM

अब परिजनों ने मामले को संदिग्ध बताते हुए अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस को सौंपी तहरीर में आशीष चौसाली के भाई संदीप चौसाली ने बताया है कि आशीष चौसाली पंतनगर एयरपोर्ट में एटीसी विभाग में अफसर पद पर तैनात थे. 24 जून की सुबह स्टाफ परिसर में बने आवास में उनका शव मिला था. उन्होंने बताया है कि घटना के दिन रात्रि में उनके साथ हल्द्वानी निवासी दो व्यक्ति भी मौजूद थे. आशीष चौसाली के भाई ने बताया कि वह एक उच्च शिक्षित, मेधावी और होनहार अधिकारी थे. उनका स्थानांतरण गृह जिला पिथौरागढ़ में एटीसी अधिकारी के रूप में हो गया था. उनका सामाजिक, आर्थिक और बौद्धिक स्तर उच्चकोटि का था.

संदीप चौसाली ने कहा कि आशीष चौसाली से रात्रि लगभग 9:30 बजे तक पारिवारिक सदस्यों से फोन में बातचीत भी हुयी थी. तब कोई बात नहीं लगी कि वो तनान में थे या फिर किसी तरह की परेशानी में थे. ऐसे व्यक्ति से आत्महत्या जैसा दुस्साहस करने की उम्मीद नहीं है. उन्होंने बताया कि आशीष विभागीय उच्च प्रशिक्षण हेतु घटना से लगभग 10 दिन पूर्व देहरादून भी गए थे. इस दौरान उनके खाते से 8 जून 2024 को 1,000/- और 9 जून को 44 हजार रुपए निकाले गए हैं. उन्होंने बताया की प्रशिक्षण के दौरान सारा खर्चा विभाग द्वारा वहन किया जाता है. उन्होंने पुलिस से आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि मेरे बड़े भाई के खिलाफ कोई गहरी साजिश हुई है, जिसका पर्दाफाश होना अति आवश्यक है. मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है.

ये भी पढ़ें:- उत्तराखंड में वन संरक्षण एवं जल संचयन के लिए महिलाओं की अनोखी पहल, कोट गांव में चाल-खाल में जमा किया 1 लाख लीटर पानी

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments