- पंचायत चुनाव के दौरान लखीमपुर खीरी में समाजवादी पार्टी की महिला प्रत्याशी रही ऋतु सिंह के साथ अभद्रता और मारपीट की घटना से सूबे की सियासत में जो बाल आया था, उसे समाजवादी पार्टी भुना नहीं सकी। यूपी में छोटे से छोटे सियासी दांव आजमाने को तैयार बैठी कांग्रेस महिला उत्पीड़न के नाम पर पहचान बना चुकी सपा की महिला प्रत्याशी को अपना बना लिया।
अब्दुल सलीम खान, लखीमपुर खीरी : पसगवां से समाजवादी पार्टी की ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशी रहीं रीतू सिंह ने आखिरकार शनिवार को प्रियंका गांधी के समक्ष ‘हाथ का साथ’ कर लिया। रीतू सिंह उस समय चर्चा में आई थीं, जब वो समाजवादी पार्टी की तरफ से ब्लाक प्रमुख पद के लिए पर्चा भरने जा रही थी। उसी समय पर्चा भरने से रोकने से लिये ब्लॉक परिसर में ही उनके साथ अभद्रता की गयी थी। राजनीति में अभी तक रीतू सिंह एक बड़ा नाम नहीं थीं, लेकिन पंचायत चुनाव में उनके साथ हुई अभद्रता और हिंसा के चलते वो सुर्खियों में आ गयी थी। पसगवां कांड के बाद सबसे पहले अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी की तरफ से प्रत्याशी रितु सिंह और उनकी महिला प्रस्तावक दोनों को मिलने लखनऊ बुलाया था। उधर एक हफ्ते में ही प्रियंका गांधी अचानक रितू सिंह से मिलने आ पहुँची थी। उस समय रीतू सिंह सपा नेता क्रांति कुमार सिंह के घर में रह रही थी। क्रांति कुमार सिंह के घर के ऊपर एक बड़ा सा समाजवादी झंडा लहरा रहा था उसी आंगन में बैठकर प्रियंका अपना भरोसे वाला हाथ रीतु सिंह के हाथ में डाला था और जता दिया था की यूपी की सियासत में छोटा या बड़ा हर छोटा बड़ा दांव कांग्रेस अपनी मुट्ठी में करने की कोशिश करेंगी। शनिवार को प्रियंका गांधी की उपस्थिति में रितु की ज्वाइनिंग हुई।