- एनएचएआई का सख्त नोटिस, तीन दिन मेें स्वेच्छा से अतिक्रमण नहीं हटाए तो 28 दिसंबर को बरसेगा सरकारी हथौड़ा
- सिर्फ तीन दिन की मोहलत को व्यापारी मान रहे भारी नाइंसाफी, बड़े आंदोलन की तैयारी
एफएनएन, रूद्रपुर: शहर के नैनीताल हाईवे पर आबाद सैकड़ों व्यावसायियों के प्रतिष्ठानों के ऊपर प्रशासन का बुलडोजर चलने की नौबत आ गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग 87 पर रामपुर से काठगोदाम तक चल रहे चौड़ीकरण कार्य के मद्देनजर एनएच के परियोजना निदेशक ने इन सभी व्यावसायियों को बाकायदा नोटिस भेजकर स्पष्ट चेतावनी भी दे दी है कि पूर्व में चिह्नित सभी अतिक्रमण 27 दिसंबर2020 तक स्वेच्छा से नहीं हटाए गए तो पुलिस-प्रशासन 28 दिसंबर 2020 को अभियान चलाकर सभी अतिक्रमण बलपूर्वक हटवा देगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 87 पर रामपुर से काठगोदाम तक चौड़ीकरण का काम पिछले कई महीनों से चल रहा है। रूद्रपुर में भी नैनीताल हाईवे का चौड़ीकरण होना है। एनएच के अधिकारियों द्वारा चिह्नित किए गए अतिक्रमण की जद में नैनीताल रोड की कई दुकानें आ रही हैं। अपनी-अपनी दुकानों को अतिक्रमण हटाओ अभियान की गाज गिरने से बचाने के लिए रुद्रपुर के
व्यापारी पूर्व में आंदोलन भी कर चुके हैं। स्थानीय व्यापारियों का एक शिष्टमंडल इस बाबत केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी मिल चुका है। गडकरी ने व्यापारियों को राहत देने के लिए नैनीताल हाईवे पर फ्लाईओवर का निर्माण करवाने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन बाद में फ्लाईओवर को लेकर भी पेंच फंस गया। व्यापारी फ्लाईओवर को पिलर वाला बनाने की मांग कर रहे थे जबकि सरकार ने बॉक्स वाले फ्लाईओवर निर्माण की योजना बनाई थी जिसमें नेनीताल रोड की दुकानों को बचाना संभव नहीं था। तब से यह मामला ठंडे बस्ते में था।
अब एनएच 87 के निर्माण में जैसे जैसे तेजी आ रही है वैसे वैसे एनएच की जद में आ रहे अतिक्रमणों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू हो गयी है। इसी के तहत अब रूद्रपुर में एकाएक नैनीताल हाईवे की दुकानों को हटाने के लिए एनएच ने तैयारी कर ली है। इस मार्ग पर इंदिरा चौक से डीडी चौक तक सैकड़ों फड़ और पक्की दुकानें आ रही है। जिन्हें हटाने के लिए एनएचएआई के परियोजना निदेशक ने एक नोटिस जारी किया है।
नोटिस में दुकानदारों से तीन दिन के भीतर यानि 27 दिसम्बर 2020 तक स्वयं अपना अतिक्रमण हटा लेने को कहा गया है अन्यथा 28 दिसम्बर को एनएचएआई और प्रशासन अभियान चलाकर एनएच की जद में आ रहे अतिक्रमणों के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करेगा। नोटिस मिलने से दुकानदारों में हड़कम्प मचा हुआ है। नोटिस फिलहाल सभी दुकानदारों को नहीं दिया गया है। लेकिन नोटिस में जो सूचना दी गयी है कि वह किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं, बल्कि इंदिरा चौक से डीडी चौक तक अस्थाई रूप से दुकानें चला रहे सभी दुकानदारों के लिए है। नोटिस से व्यापारियों में खासा रोष है।
पहले लाकडाउन ने तोड़ी कमर, अब अतिक्रमण के नाम पर उजाड़ रहे
कारोबारियों का कहना है कि लॉकडाउन में पहले ही वह आर्थिक रूप से टूट चुके हैं। अब अतिक्रमण के नाम पर उन्हें उजाड़ा गया तो उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जायेगा। नैनीताल रोड पर रेडीमेड कपड़ों का कारोबार करने वाले कई व्यापारियों ने बताया कि सर्दियों के सीजन के लिए उन्होंने भारी मात्र में माल मंगवा रखा है। ऐसे में उन्हें उजाड़ा गया तो दोहरा नुकसान उठाना पड़ेगा जिसकी भरपाई होना मुश्किल है। व्यापारियों ने कहा कि दुकानों खाली करने के लिए महज तीन दिन का समय देना सरासर नाइंसाफी है। फिलहाल एनएचएआई के फरमान के खिलाफ व्यापारी आंदोलन का मन बना रहे हैं।