
एफएनएन, बुलंदशहरः बुलंदशहर में बड़ा सड़क हादसा हुआ है. एनएच 34 पर अरनिया क्षेत्र के घटाल गांव के पास एक ट्रैक्टर ट्रॉली को पीछे से कंटेनर ने टक्कर मार दी. ट्रैक्टर ट्रॉली श्रद्दालुओं से भरी थी. इस हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई. वहीं, करीब 50 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. मौके पर डीएम, एसएसपी समेत जिले के कई आलाअधिकारी पहुंच गए हैं. पुलिस टीम घायलों को अस्पताल भिजवा रही है.
मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि सभी ट्रैक्टर से राजस्थान के गोगामड़ी जा रहे थे. सभी जाहरवीर की धार्मिक यात्रा पर निकले थे. वहीं, सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त कीं है. सीएम ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख व घायलों को 50-50 हज़ार की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. इसके साथ ही सीएम ने ज़िला प्रशासन को भी घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं.
पुलिस के मुताबिक हादसा बीती रात करीब 1.30 बजे के आसपास हुआ. अलीगढ़ बॉर्डर एनएच 34 पर एक ट्रैक्टर पर सवार करीब 60-65 लोग होकर कासगंज जिले से राजस्थान जा रहे थे. इस दौरान पीछे तेज रफ्तार से आ रहे कंटेनर ने ट्रैक्टर ट्राली में टक्कर मार दी जिससे ट्रैक्टर पलट गया और बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए. इस हादसे में 8 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को ट्रैक्टर से निकालना शुरू किया. पुलिस घायलों को अस्पताल भेज रही है. करीब 50 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. मौके पर जिले के एसएसपी दिनेश कुमार सिंह और डीएम भी पहुंच गए हैं. पुलिस टीम दुर्घटनाग्रस्त ट्रैक्टर को मौके से हटवा रही है.
वहीं, एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि रात्रि एक डेढ़ बजे के करीब हादसा हुआ. श्रद्धालु ट्रैक्टर ट्राली में जा रहे थे, पीछे से कंटेनर ने टक्कर मार दी. इस दुखद हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई है. उनके मुताबिक हादसे के दौरान ट्रॉली पर 60-65 लोग सवार थे. सभी घायलों का इलाज करवाया जा रहा है. मौके पर जिलधिकारी बुलंदशहर तमाम आलाधिकारी मौके पर मौजूद हैं. कई अफसर अस्पताल में घायलों का हालचाल लेने पहुंच रहे हैं.
इन अस्पतालों में चल रहा घायलों का इलाजः पुलिस ने घायलों को कैलाश खुर्जा, सीएचसी जटिया व सीएचसी मुनि अस्पताल प्राथमिक उपचार हेतु भेजा. इनमें से गम्भीर घायलों को हायर सेंटर रेफर किया गया है. वर्तमान में 10 घायलों का मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ व 10 घायलों का जिला अस्पताल बुलन्दशहर और अन्य 23 घायलों का कैलाश अस्पताल खुर्जा में इलाज चल रहा है. घायलों में 2 लोगों की स्थिति गम्भीर बनी हुई है. अन्य की स्थिति सामान्य हो रही है. पुलिस ने ट्रक कब्जे में ले लिया है. ट्रक का रजिस्ट्रेशन हरियाणा के नंबर पर है. ट्रक धान की भूसी लादकर जा रहा था. वहीं, मंडलायुक्त मेरठ मण्डल मेरठ डॉ हृषिकेश भास्कर यशोद व पुलिस उप महानिरीक्षक कलानिधि नैथानी एवं जिलाधिकारी श्रुति तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार ने घायलों का कैलाश हॉस्पिटल में हालचाल जाना.
हादसे में इनकी हुई मौत
1. ईयू बाबू (40 वर्ष)
2. रामबेटी पत्नी सोरन सिंह
3. चांदनी (12)
4.घनीराम (40 वर्ष)
5. मोक्षी (40 वर्ष)
6. शिवांश (06 वर्ष)
7. योगेश (50 वर्ष)
8. विनोद (45 वर्ष)
ये हुए घायलः रघुवीर, हरिसिंह, प्रिंस, मूलचन्द, दिव्या, शकुंतला, पातीराम, मुस्कान समेत करीब 50 लोग हादसे में घायल हो गए. इनमें से 39 को गंभीर चोटें आईं हैं. इन सभी घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है.
कौन से मंदिर जा रहे थे भक्त: कासगंज के रहने वाले ये सभी लोग ट्रैक्टर ट्राली से गोगामेड़ी मंदिर, राजस्थान जा रहे थे. यह राजस्थान के हनुमानगढ़ से लगभग 120 किमी दूर स्थित है. यह गोगाजी महाराज का मंदिर है. इन्हें एक योद्दा और संत के रूप में माना जाता है. जानकारी के मुताबिक विक्रम संवत 1003 के आसपास चूरू जिले के डाडरेवा गांव में जन्मे गोगाजी एक प्रतिष्ठित चौहान राजपूत थे. वह गुरु गोरखनाथ के प्रमुख शिष्य थे. लोकदेवता गोगाजी की तपोस्थली गोगामेड़ी में इन दिनों भारी श्रद्धालु आस्था के साथ पहुंच रहे हैं.
सावन-भाद्रपद के मेले के दौरान यहां राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और मध्यप्रदेश से हजारों की संख्या में भक्त उमड़ते हैं. लोक आस्था के प्रतीक गोगाजी को सांपों के देवता के रूप में पूजा जाता है. भक्त मान्यता के अनुसार उनकी समाधि पर मत्था टेकते हैं और गोगाजी की जय, गोगा जी हाड़े, दाणा-दाणी लाओ जी का उद्घोष करते हुए मनोकामनाएं पूरी होने की कामना करते हैं. गोगामेड़ी का यह मेला उत्तर भारत के सबसे बड़े लोक मेलों में गिना जाता है. जहां श्रद्धा और लोक संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।

