खास बातें
- IMA डॉक्टरों का आह्वान था कि वह 12 घंटे तक अपनी OPD बंद रखेंगे.
- पिथौरागढ़ और मुनस्यारी के सरकारी अस्पताल में एलोपैथिक डॉक्टरों की हड़ताल का कोई असर नहीं दिखाई दिया
- उत्तर प्रदेश के करीब 22 हजार निजी चिकित्सकों ने शुक्रवार को कामकाज ठप कर दिया
- IMA के सदस्यों ने रिम्स में OPD सेवा बंद की है.
- डॉक्टरों के हड़ताल पर होने के कारण बिहार में चिकित्सा सेवा प्रभावित हुई है
एफएनएन,नई दिल्लीः इस वक्त देश में आहत होने और असंतुष्ट होने का दौर चल रहा हैै। एक तरफ दिल्ली की सीमा पर किसानों का आंदोलन जारी है तो वहीं शुुुकवार को आईएमए के आह्वान पर देश भर के निजी डाक्टर हड़ताल पर रहे। आयुर्वेदिक डॉक्टरों को सर्जरी का अधिकार देने के फैसले के खिलाफ शुक्रवार को ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (IMA) से जुड़े डॉक्टरोंं की हड़ताल से सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लग गई।
हर प्रदेश-शहर में अलग असर
IMA डॉक्टरों का आह्वान था कि वह 12 घंटे तक अपनी OPD बंद रखेंगे. डॉक्टर सुबह से ही हड़ताल पर रहे। हालांकि हड़ताल का हर प्रदेश व शहर में अलग-अलग असर रहा है। कई जगहों पर बिल्कुल ही OPD नहीं खुली, कहीं सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मारा-मारी का सामना करना पड़ा, तो कहीं डॉक्टर ही सांकेतिक विरोध करते नजर आए।
उत्तराखंड में ऐसी रही हड़ताल
पिथौरागढ़ और मुनस्यारी के सरकारी अस्पताल में एलोपैथिक डॉक्टरों की हड़ताल का कोई असर नहीं दिखाई दिया। डॉक्टर सरकार के फैसले के विरोध में काला रीबन बांध कर आए और मरीजों का इलाज करते रहे। उन्होंने कहा कि हड़ताल पर जाने का अभी कोई आदेश नहीं मिला है।
डॉक्टरों की प्रांतीय कमेटी जो निर्णय देगी उसी के आधार पर वे भी उसे लागू करेंगे। हल्द्वानी में निजी अस्पतालों की ओपीडी बंद रखी गई जिसके बाद मरीज सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे। वहीं बागेश्वर में हड़ताल का कोई असर नहीं दिखाई दिया।यहां डॉक्टर हड़ताल पर नहीं गए। ओपीडी सामान्य रूप से चली।
UP में 22 हजार निजी चिकित्सक हड़ताल पर
उत्तर प्रदेश के करीब 22 हजार निजी चिकित्सकों ने शुक्रवार को कामकाज ठप कर दिया। इंडियन मेडिकल असोसिएशन (आईएमए) के आह्वान पर राज्य के निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम और जांच केंद्रों की सभी सेवाएं शुक्रवार को बंद रहीं। इस दौरान केवल इमरजेंसी और कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों का ही इलाज किया जा रहा है। असोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में आईएमए पदाधिकारी प्रदर्शन कर सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग करेंगे और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजेंगे।
रांची में इमरजेंसी, Covid सेवा चालू
रांची के अस्पतालों में भी कामकाज प्रभावित है. IMA के सदस्यों ने रिम्स में OPD सेवा बंद की है. यही हाल राज्य के अन्य अस्पतालों का भी है. जहां इमरजरेंसी सेवाएं प्रभावित चालू है. वहीं कोविड सेवाओं को भी चालू रखा गया. IMA के संयुक्त सचिव अजित कुमार ने बताया कि कुछ सेवाओं को बंद नहीं किया गया है।ऐसे ऑपरेशन जो जरूरी है, उन्हें नहीं टाला गया है. लेकिन जिसमें मरीज एक दिन सहन कर सकते हैं उन्हें रोका गया है। राज्य के सरकारी और निजी डॉक्टरों में कुल चार हजार डॉक्टर इसके समर्थन है।
बिहार में भी पड़ा असर
डॉक्टरों के हड़ताल पर होने के कारण बिहार में चिकित्सा सेवा प्रभावित हुई है। आईएमए के आह्वान पर सुबह छह बजे से लेकर शाम छह बजे तक चिकित्सकों के हड़ताल पर होने के कारण राज्य के कई सरकारी अस्पतालों में OPD सेवा प्रभावित हुई है जबकि निजी अस्पताल, क्लीनिक, डिस्पेंसरी के साथ ही सरकारी अस्पतालों में आपातकालीन चिकित्सा और कोविड से जुड़ी उपचार सेवाएं जारी हैं।
मध्य प्रदेश में बेअसर रही हड़ताल
मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में हड़ताल का असर नजर नहीं आया। आमदिनों की तरह ही ओपीडी के बाहर मरीजों की लाइन दिखी और वे पर्ची लेकर डॉक्टरों को अपनी बीमारी बताते नजर आए। आम दिनों की तरह हमीदिया और जेपी अस्पताल में OPD चालू रही।
मरीजों का देखना और ऑपरेशन भी चालू रहे। यहां सरकारी डॉक्टर सेवाएं दे रहे हैं. प्राइवेट डॉक्टर भी इमरजेंसी सेवाएं दे रहे हैं. एक डॉक्टर ने कहा कि हम एसोसिएशन के समर्थन में है, लेकिन सरकारी अस्पतालों की OPD चालू है। सिर्फ काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं।
केरल में स्वास्थ्य सेवाएं ठप
देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के चलते केरल में सभी चिकित्सा गतिविधियां शुक्रवार को बंद हैं। हालांकि इस इस दौरान आपातकालीन सेवाओं, आईसीयू और Covid देखभाल गतिविधियों को बंद से बाहर रखा गया है।
विरोध प्रदर्शन सुबह 6 बजे शुरू हुआ और शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। IMA की केरल इकाई के आह्वान पर निजी क्लीनिक भी बंद हैं। केरल इकाई ने अपने सदस्यों को अपने निवास पर निजी क्लीनिक न खोलने को कहा है। राज्य में डॉक्टर Covid प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए विरोध प्रदर्शन का आयोजन कर रहे हैं।
पंजाब में भी हड़ताल का असर
IMA पंजाब के प्रधान डॉ. नवजोत दहिया ने कहा कि केंद्र सरकार आयुर्वैदिक पद्धति के डॉक्टरों को एलोपैथी से इलाज करने की नीति बना रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे पैथियां आपस में मिक्स होने से सही ढंग से इलाज नहीं होगा और मरीजों की जिंदगी व सेहत से यह बड़ा खिलवाड़ होगा।
शुक्रवार को OPD सेवा दिनभर ठप रही। इसके अलावा पहले से तय सर्जरी-ऑपरेशन आदि भी नहीं किए गए। सिर्फ एमरजेंसी व कोरोना लक्षण वाले मरीजों की जांच हुई।