एफएनएन, हल्द्वानी : डेंगू का डंक कम नहीं हो रहा है। सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में रविवार को दो और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। जिसके बाद से एसटीएच में डेंगू संक्रमितों की संख्या 17 हो गई हैं। वहीं संदिग्ध लक्षणों वाले पांच मरीज भर्ती हैं। वरिष्ठ फिजीशियन डा. परमजीत सिंह के अनुसार मरीजों की हालत ठीक है।
ठंड के साथ ही डेंगू का प्रकोप कम होने के बजाय बढ़ते ही जा रहा है। अब तक जिले के 147 लोग डेंगू से प्रभावित हो चुके हैं। रविवार को ही 2 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इसमें डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के एक डाक्टर भी शामिल हैं। एसीएमओ डा. रश्मि पंत ने बताया कि अब तक जिले में 180 लोग उपचार को पहुंच चुके हैं। इसमें जिले के 145 लोग हैं। इस समय बीडी पांडे में एक मरीज और एसटीएच में 17 मरीज भर्ती हैं। संदिग्ध लक्षणों वाले कई अन्य मरीज भी भर्ती हैं।
सर्जरी विभाग के एक डाक्टर की एलाइजा रिपोर्ट भी पाजिटिव आई है। इससे पहले जिले के चार डाक्टर कोरोना से ग्रस्त हो चुके हैं। डा. पंत ने बताया कि डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया व जापानी इंसेफ्लाइटिस के बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। ढोलक बस्ती, गफूर बस्ती, किदवाई नगर व बेस अस्पताल में फागिग कराई गई।
एसटीएच के वरिष्ठ फिजीशियन डा. परमजीत सिंह का कहना है कि डेंगू होने के शुरुआती चार दिन तक बुखार रहता है। इसके बाद चौथे-पांचवे दिन से प्लेटलेट्स कम होने लगते हैं। हो सकता है किसी मरीज को इस दौरान बुखार न हो। ब्लड प्रेशर भी कम हो सकता है। अगर इस तरह की समस्या होने लगे तो तत्काल डाक्टर से संपर्क कर इलाज शुरू करवा देना चाहिए। डा. सिंह ने बताया कि अगर समय रहते बचाव व सावधानी बरती जाए तो बीमारी के खतरे को कम किया जा सकता है।
राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी के प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी ने बताया कि डेंगू मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। मरीजों को अलग वार्ड में रखा जा रहा है। जरूरत के हिसाब से बेड की संख्या भी बढ़ाई जा रही है।