एफएनएन , चमोली : उत्तराखंड में तीन दिनों तक भारी वर्षा की चेतावनी को देखते हुए चमोली जिला प्रशासन ने फूलों की घाटी की सैर पर 17 सितंबर तक रोक लगा दी है। पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर यह एहतियाती कदम उठाया गया है। इस साल अब तक 19852 देसी और विदेशी पर्यटक फूलों की घाटी की सैर कर चुके हैं
भारी बारिश की चेतावानी जारी
मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार, कुमाऊं मंडल के सीमांत जनपद और गढ़वाल मंडल के रुद्रप्रयाग में स्कूलों में दो दिन का अवकाश घोषित किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, दो दिन उत्तराखंड में भारी बारिश को लेकर आरेंज अलर्ट, जबकि शनिवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
- इस दौरान पर्वतीय क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। भूस्खलन और चट्टाने खिसकने का खतरा है।
- नदी-नालों के उफान पर आने से किनारे स्थित बस्तियों को भी खतरा पैदा हो सकता है।
नदी के बहाव में फंसी महिला, पुलिस ने किया रेस्क्यू
देहरादून के झाझरा स्थित नदी के अचानक उफान पर आने से एक महिला तेज बहाव में फंस गई। सूचना पर पहुंची प्रेमनगर थाना पुलिस ने रेस्क्यू अभियान चलाकर महिला को सुरक्षित किनारे निकाला। प्रेमनगर थाना प्रभारी दीपक रावत ने बताया कि देर शाम थाने में वायरलेस के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि एक महिला नदी में फंस गई है।
पुलिस टीम आपदा उपकरणों और 108 को सूचित कर मौके के लिए रवाना हुई।वर्षा के कारण नदी के उफान पर आने से ठाकुरपुर निवासी अंबिका नदी के बीच में फंसी हुई थी।महिला को रस्सियों के सहारे बाहर निकाला गया। इसके बाद उन्हें प्रेमनगर अस्पताल में प्राथमिक उपचार देने के बाद घर भेज दिया गया।
जुलाई में फूलों की घाटी में फंसे थे 140 पर्यटक
बता दें कि 20 जुलाई 2022 को नाला उफान पर आने के चलते फूलों की घाटी की यात्रा पर गए पर्यटन फंस गए थे। उन्हें पुलिस, वन विभाग और एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया था। फूलों की घाटी की तरफ करीब 140 पर्यटक फंस गए थे। सूचना पर पुलिस विभाग, एसडीआरएफ और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी। टीम ने रेस्क्यू कर सभी पर्यटकों को सकुशल गोविंदघाट पहुंचाया था।





