एफएनएन, उत्तरकाशी : चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य के लिहाज से अनफिट यात्रियों की हृदयघात व अन्य कारणों से मौत हो रही है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा हेल्थ एडवायजरी भी जारी की है। वहीं पीएमओ की भी चारधाम यात्रा में हो रही मौतों पर नजर है। 50 वर्ष से अधिक उम्र के श्रद्धालु स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही केदारनाथ जा सकेंगे। धाम में हृदयगति रुकने से हो रही मौतों को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है।
रविवार को गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा के दौरान दो तीर्थ यात्रियों की हृदयघात से मौत हुई है। तीन मई से अभी तक गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में 17 यात्रियों की मौत हो चुकी है। जबकि चारों धाम में यह संख्या 35 पहुंच गई है।
- अस्पताल आने से पहले ही प्रमोद भाई ने दम तोड़ दिया
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि शनिवार को यमुनोत्री की यात्रा करने के बाद रविवार को गंगोत्री धाम की यात्रा पर जा रहे प्रमोद भाई (62) पुत्र चंपक भाई निवासी बेगमपुर, सुरत गुजरात की गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी के पास तबीयत बिगड़ी। स्वजन ने प्रमोद भाई को जिला अस्पताल उत्तरकाशी पहुंचाया। लेकिन, जिला अस्पताल आने से पहले ही प्रमोद भाई ने दम तोड़ दिया।
जबकि, गत शनिवार को यमुनोत्री धाम की यात्रा करने के बाद स्याना चट्टी के एक होटल में ठहरे पुरनेंदू सरकार (70) पुत्र हरेंद्र नाथ सरकार, न्यू टाउन, कूच बिहार बंगाल निवासी का रविवार सुबह स्वास्थ्य बिगड़ा। स्वजन पुरनेंदू सरकार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़कोट लेकर आए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित किया।