एफएनएन, देहरादून : उत्तराखंड में महिला कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी भंग कर दी गई है। हाल ही में प्रदेश अध्यक्ष बनाई गई ज्योति रौतेला और चार प्रदेश उपाध्यक्ष यथावत रहेंगे। इस संबंध में शनिवार को अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव परमिंदर कौर ने पत्र जारी किया। उन्होंने प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष को भेजे पत्र में बताया कि हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों के बाद तत्काल प्रभाव से जिला और ब्लाक कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है। कहा कि पार्टी की मजबूती के लिए शीघ्र ही प्रदेश, जिला और ब्लाक स्तर की नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा।
- बिजली संकट पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार को कोसा
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रदेश में बिजली संकट पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की लापरवाही की वजह से विद्युत संकट पैदा हुआ है। इससे आमजन के साथ उद्यमी भी परेशान हैं। बिजली संकट के विरोध में उन्होंने शुक्रवार को ओल्ड मसूरी रोड स्थित अपने आवास पर दोपहर 12 बजे से एक घंटे का मौनव्रत भी रखा। इसके बाद उन्होंने अपनी निजी राय इंटरनेट मीडिया पर साझा की। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अघोषित कटौती से घंटों बिजली नहीं आ रही है। शहरों में भी आठ से 10 घंटे बिजली गुल रहने से उद्योगों का पहिया थम गया है। इससे पेयजल संकट भी देखा जा रहा है।
छात्र-छात्राएं भी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी में बत्ती गुल होने के बाद की स्थिति का अंदाजा सहजता से लगाया जा सकता है। इसके लिए सरकार को संवेदनशील होने की जरूरत है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली की समस्या को मैं पहले भी उठाता आया हूं। वरिष्ठ नागरिक होने के नाते मैं इस मामले को निजी तौर पर उठा रहा हूं। यह मेरा गैर राजनीतिक प्रयास है, जिसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। मेरा उद्देश्य सिर्फ यह है कि सरकार अपनी कमियों को देखे और विद्युत व्यवस्था को जल्द दुरुस्त करने के लिए कदम उठाए जाएं। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को संबोधित करते हुए कहा कि वह जनता की परेशान को समझें और निजात दिलाएं।





