- आईआईटी के दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेधावियों को किया सम्मानित
- आईआईटियंस पर जताया भरोसा, देश के विकास में महती योगदान का किया आह्वान
राजकृष्ण पाण्डेय, कानपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए आईआईटीयंस को अधीर बनना होगा। उन्होंने आईआईटी में आयोजित दीक्षांत समारोह में संबोधित करते हुए कहा कि जी तरह मेरी बातों में आपको अधीरता नजर आ रही होगी, इसी तरह आप भी अधीर बनें। इससे पूर्व उन्होंने पंडित अजय चक्रवर्ती, गोपाल कृष्ण, श्रीमती गोडबोले को डाक्टर आफ साइंस की डिग्री प्रदान की।
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत, पूर्ण आजादी का मूल स्वरूप ही है, जहां हम किसी पर भी निर्भर नहीं रहेंगे। जब देश की आजादी को 25 साल हुए, तब हमे भी अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए बहुत कुछ कर लेना चाहिए था। बीच में दो पीढ़ियां चली गई। इसलिए अब हमे दो पल भी नहीं गंवाना नहीं चाहिए। कहा, आपने जब आइआइटी कानपुर में प्रवेश लिया था और अब जब आप यहां से निकल रहे हैं, तब और अब में, आप अपने में बहुत बड़ा परिवर्तन महसूस कर रहे होंगे। पहले अगर समस्याओं से पीछा छुड़ाने की कोशिश होती थी, तो आज समस्याओं के समाधान के लिए संकल्प लिए जाते हैं। जो सोच और एटीट्यूड आज आपका है, वही देश का भी है।
पहले अगर सोच काम चलाने की होती थी, तो आज सोच कुछ कर गुजरने की, काम करके नतीजे लाने की है।
उन्होंने आईआईटियंस का आह्वान किया की वे कन्फर्ट के बजाय चैलेंज जरूरको चुनें। चुनना। क्योंकि आपको चाहे या न चाहें, जीवन में चुनौतियां आनी ही आनी हैं। उन्होंने आईआईटियंस पर भरोसा जताते हुए कहा कि वह आज जो कह रहे हैं या जो कर रहे हैं, उनमें आईआईटियंस का चेहरा नजर आता है। आज देश में एक के बाद एक बदलाव हो रहे हैं। उनके पीछे आपका ही चेहरा नजर आता है। आज जो देश लक्ष्य प्राप्त कर रहा है, उसकी शक्ति आपसे ही मिलती है। अनंत संभावनाएं हैं, जिन्हे आपको ही साकार करना है। देश जब आजादी के 100 वर्ष मनाएंगा। उस सफलता में आपके पसीने की महक होगी आपके परिश्रम की पहचान होगी। आप भली प्रकार जानते हैं, कि आपका काम आसान करने के लिए किस तरह से काम किया गया। इससे पूर्व चकेरी एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। इस मौके पर आईआईटी सभागार में मुख्यमंत्री के साथ आईआईटी निदेशक अभय करंदीकर भी मौजूद रहे।