एफएनएन, देहरादून : सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर निजी अस्पताल में तैनात एक स्टाफ नर्स से साढ़े तीन लाख रुपये की ठगी का मामना सामने आया है। पीड़ित का आरोप है कि आरोपी ने खुद को सीएम कार्यालय में कार्यरत बताया और चिकित्सा विभाग में सीएचओ (कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर) के पद पर नौकरी लगवाने का झांसा देकर धोखाधड़ी की। पटेलनगर कोतवाली में सुनवाई नहीं होने पर पीड़िता ने डीजीपी को शिकायत भेजी, जिसके बाद मुकदमा दर्ज हुआ।
सपना राठौर निवासी कारगी बंजारावाला शिवालिक एन्क्लेव ने डीजीपी को भेजे शिकायती पत्र में बताया कि उसने बीएएसी नर्सिंग किया है। वर्तमान में एक निजी अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर कार्यरत है। बताया कि जीजा नितिन गुप्ता के माध्यम से जून 2020 में प्रदीप उनियाल से संपर्क हुआ। प्रदीप ने खुद को मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्यरत होने का हवाला देते हुए दावा किया कि वह राजकीय चिकित्सा विभाग में उसकी नौकरी लगवा देगा, जहां 40 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन समेत अन्य सुविधाएं मिलेंगी।
सपना ने आरोप लगाया कि प्रदीप ने उससे साढ़े तीन लाख रुपये ले लिए और नौकरी नहीं लगवाई। आरोप है कि इसकी शिकायत पटेलनगर थाने में की तो पुलिस केस वापस लेने का दबाव बनाती रही। डीजीपी कार्यालय ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए एसएसपी कार्यालय को कार्रवाई के आदेश दिए। पटेलनगर कोतवाली इंस्पेक्टर देवेंद्र चौहान ने बताया कि प्रदीप उनियाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।