एफएनएन, पिथौरागढ़ : उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में शुक्रवार को दर्दनाक हादसा हुआ है। यहां एक वाहन खाई में गिर गया। हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई है और तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
- गोदीगाड़ के समीप खाई में गिर गया यात्री वाहन
जानकारी के मुताबिक हल्द्वानी से थल की ओर जा रहा एक यात्री वाहन बांसपटान के गोदीगाड़ के समीप खाई में गिर गया। इस दुर्घटना में तीन महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
शुक्रवार की सुबह गोदीगाड़ पुल के पास वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिलते ही बेड़ीनाग थानाध्यक्ष प्रताप सिंह नेगी जवानों के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस टीम ने राहत-बचाव अभियान चलाकर सभी घायलों को एंबुलेंस और अन्य सरकारी वाहनों से बेड़ीनाग अस्पताल पहुंचाया गया
- तीन की मौत, तीन गंभीर रूप से घायल
जहां पर चिकित्सकों ने रश्मि चंद पत्नी बृजेश चंद, गीता चंद पत्नी हरीश चंद निवासी लेजम कौली थल और प्रियंका चंद पुत्री भगवान चंद निवासी गैना बड़ालू को मृत घोषित कर दिया गया है। जबकि चालक अनिल कन्याल निवासी थल, चंदन सिंह सामंत निवासी गोलाकुड़ी तड़ीगांव और बृजेश चंद निवासी लेजम कौली गंभीर रूप से घायल हैं। इनका उपचार चल रहा है।
- कार नदी में गिरी, युवक की मौत
वहीं श्रीनगर में बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर मालढैया में बुधवार देर रात एक कार अलकनंदा नदी में समा गई थी। हादसे में कार चालक की मौत हो गई। वहीं, उसके चचेरे भाई को बचा लिया गया। उसे बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बुधवार रात लगभग साढ़े 12 बजे उफल्डा और श्रीयंत्र टापू के बीच मालढैया में एक कार लगभग 50 मीटर नीचे अलकनंदा नदी में जा गिरी। कार के नदी में गिरने के बाद इसमें सवार आकाश राठी निवासी नारसन कलां, हरिद्वार छिटक कर बाहर आ गया। वह तैरकर नदी किनारे एक पत्थर पर चढ़ गया और मदद के लिए चिल्लाने लगा। उसकी पुकार सुनकर आंचल डेरी निवासी आशीष ने पुलिस को सूचना दी। जल पुलिस, एसडीआरएफ, फायर बिग्रेड व कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और रस्सों की मदद से युवक को बाहर निकाला।
आकाश ने बताया कि कार में उसके ताऊ नरेंद्र राठी का बेटा संदीप (23) भी सवार था। अंधेरे में कार का कुछ पता नहीं चला। गुरुवार को कई घंटे की मेहनत के बाद कार नदी में मिल गई। कोतवाली के एसएसआई रणवीर रमोला ने बताया कि संदीप का शव कार के अंदर ही बरामद हो गया है। उसने सीट बेल्ट पहनी थी। उन्होंने बताया कि दोनों भाई हरिद्वार से किसी और की कार लेकर घूमने निकले थे।