
- लखीमपुर खीरी का वह स्कूल जिसने अपनी विशेषता के कारण ब्लॉक ही नही जिले का नाम रोशन किया है। अब इस स्कूल से कुछ ही दूरी पर शारदा नदी बह रही है। नदी का कटान इतनी तेज है, अगर ऐसा ही रहा तो स्कूल इतिहास बन जाएगा
एफएनएन, लखीमपुर खीरी : शारदा नदी के किनारे सिंचाई विभाग ने बझेड़ा गांव और खेतों को बचाने के लिए बंधा बनाया था। लेकिन वह नवनिर्मित बंधा बारिश का एक माह तक नही झेल पाया। बारिश नहीं खेल पाया। लगातार हुई बारिश से शारदा नदी में जलस्तर बढ़ा और नदी की धार करोड़ों रुपए के बने बंधे से टकरा गई। कटान से इस बंधे को खतरा बना हुआ है, जिससे गांव के लोग परेशान हैं । इस गांव में यूपी सरकार से उत्कृष्ट स्कूल का पुरस्कार पाने वाला बेसिक शिक्षा विभाग का संविलियन विद्यालय भी है । बिजुआ ब्लॉक के बझेड़ा गांव में अप्रैल माह से जून तक सिंचाई विभाग ने गांव को बचाने के लिए बंधा का निर्माण किया था, निर्माण के दौरान जानकारों ने सवाल उठाए थे कि बंधा (बेस) नीचे से मजबूती से नहीं बनाया गया है।
जून माह में जल मंत्री महेंद्र सिंह खुद इस बंधे का निरीक्षण कर अपने अफसरों की पीठ थपथपाई थी, और कहा था इस बार गांव और खेतों को कटने नहीं दिया जायेगा। लेकिन एक एक माह में नदी ने इस तरह का कटान शुरू किया, कि बंधे की मजबूती सामने आ गई । नदी की तेज धार से बंधा कटने लगा है । पिछले एक माह से बंधे को बचाने के लिए काम किया जा रहा है । लेकिन वह नाकाफी है। गांव वालों को डर है अगर बंधा कट गया तो उनकी बची हुई खेती और घर नदी में समा जाएंगे। साथ ही वह सरकारी स्कूल भी नदी की भेंट चढ़ जाएगा जिससे इस पिछड़े गांव को पहचान दी है।