एफएनएन, रुड़की: 12 दिनों तक चली कांवड़ यात्रा के दौरान रुड़की क्षेत्र में अलग-अलग सड़क हादसों में 109 कांवड़िये घायल हुए. जिनमें से 4 कांवड़ियों की हालत को नाजुक देखते हुए अस्पताल के चिकित्सकों ने उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर किया, जबकि इन सड़क हादसों में 6 कांवड़ियों की मौत हुई है.
बता दें कांवड़ यात्रा बीती 22 जुलाई से शुरू हुई और 2 अगस्त को समाप्त हुई. 12 दिनों तक चलने वाली यह यात्रा श्रद्धा, आस्था और विश्वास की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा मानी जाती है. 2024 की इस कांवड़ यात्रा में 4 करोड़ 14 लाख 44 हजार शिवभक्त कांवड़िये हरिद्वार पहुंचे. कांवड़ियों की बढ़ती संख्या को लेकर प्रशासन व समाजसेवी लोगों द्वारा कांवड़ मार्ग पर जगह-जगह चिकित्सा शिविर भंडारे और उनकी थकान दूर करने के लिए शिविर लगाए गये थे. कावड़ यात्रा में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, यूपी, राजस्थान समेत अन्य कई राज्यों से करोड़ों की तादाद में कांवड़िए हरिद्वार में आते हैं. गंगाजल लेकर शिव भक्त सैकड़ो किलोमीटर की पैदल यात्रा कर अपने स्थान तक पंहुचते हैं. भगवान शिव का गंगा जल से अभिषेक करते हैं.
इस बार कांवड़ यात्रा में रुड़की क्षेत्र में 109 कांवड़िये घायल हुए. जिन्हें उपचार के लिए रुड़की के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं 109 घायलों में से 4 कांवड़ियों की हालत को गंभीर मानते हुए हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया. इसी के साथ 6 कांवड़ियों की इन सड़क हादसों में मौत भी हुई. उधर दूसरी ओर साल 2024 की इस कांवड़ यात्रा को सकुशल सम्पन कराने के लिए सोशल मीडिया पर हरिद्वार जिला अधिकारी धीराज सिंह गबर्याल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल को बधाई दी.