
एफएनएन, दौसा : दौसा जिले में बुधवार सुबह को हुए एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया. दौसा-मनोहपुर रोड पर बापी के पास एक कंटेनर और यात्री पिकअप की जोरदार भिड़ंत में 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, एक महिला ने एसएमएस में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. मृतकों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है. एसएमएस अस्पताल में 8 घायल मरीजों का इलाज चल रहा है, जिनमें से 3 की हालत गंभीर बताई जा रही है. सूचना मिलने पर एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. दीपक माहेश्वरी, अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. गिरधर गोयल एसएमएस अस्पताल पहुंच रहे हैं. हादसे में 20 से अधिक लोग घायल हो गए हैं. मृतकों में 4 महिलाएं और 7 बच्चे शामिल हैं.11 लोगों की मौत हो गई है. इसमें चार बच्चे और सात महिलाएं शामिल हैं. एक महिला की एसएमएस अस्पताल पहुंचने के बाद मौत हुई है. : रवि प्रकाश शर्मा, दौसा पुलिस उपाधीक्षक
घायलों के साथ उनके 3 अटेंडेंट भी साथ आए थे, लेकिन अटेंडेंट को ज्यादा चोट नहीं लगी थी. सीमा देवी नाम की एक घायल महिला ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि उनके पति मनोज भी गंभीर अवस्था में हैं. उनको ICU में रखा गया है. इसके अलावा तीन अन्य गंभीर रूप से घायल मरीजों को हेड इंजरी है. घायलों में तीन छोटे बच्चे हैं, जिसमें से एक बच्चे की हालत गंभीर है. सीमा देवी के पति मनोज को वेंटिलेटर पर रखा गया है. तीन अन्य महिलाएं भी गंभीर रूप से घायल हैं. : डॉ. अनुराग धाकड़, इंचार्ज, ट्रॉमा सेंटर, SMS अस्पताल
जिला प्रशासन ने की पुष्टि : दौसा जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, बापी के पास हुए एक हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई है. 9 लोगों को इलाज के लिए रेफर किया गया है और 3 का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. यह दुर्घटना एक यात्री पिकअप और कंटेनर के बीच हुई है.
डीएसपी रविप्रकाश शर्मा ने बताया कि सभी लोगों ने पहले खाटूश्याम दर्शन किए. इसके बाद सालासर बालाजी के दर्शन कर घर जा रहे थे. इस दौरान बापी से पहले रोड किनारे खड़े कंटेनर में गाड़ी जा घुसी, जिसमें 7 बच्चे और 4 महिलाओं की मौत हुई है. डीएसपी ने बताया कि हादसे में सभी मृतक उत्तर प्रदेश के एटा जिले के असरौला के निवासी हैं.
इनकी हुई पहचान : हादसे में मरने वालों में पूर्वी (3) पुत्री संजीव, प्रियंका (25) पत्नी संजीव, दक्ष (5) पुत्र जयप्रकाश राजपूत, शीला पत्नी जयप्रकाश, अंशु (26) पुत्र संतोष के नाम सामने आए हैं. अन्य मृतकों की शिनाख्त की जा रही है. वहीं, सीमा (23) पत्नी मनोज, मनोज (25) पुत्र लाखन, नैतिक (8) पुत्र सौरभ, प्रियंका पत्नी लाखन, रीता (26) पत्नी सौरभ, लक्ष्य (7) पुत्र सौरभ, नीरज (20) पत्नी जशवंत राजपूत, सौरभ (26) पुत्र खूबकरण राजपूत, सौरभ (32) पुत्र ज्ञान सिंह राजपूत गंभीर घायल हुए हैं. इन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर रेफर कर दिया है. साथ ही चार मामूली घायलों का दौसा जिला अस्पताल में इलाज जारी है.
घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य : हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाया गया. गंभीर रूप से घायलों को जयपुर और अन्य बड़े चिकित्सा केंद्रों में रेफर किया गया है. प्रशासन ने मृतकों के परिजनों से संपर्क कर उन्हें सहायता राशि और जरूरी मदद का आश्वासन दिया है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी जोरदार थी कि पिकअप के आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. कई यात्री वाहन में फंस गए, जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया. हादसे के बाद सड़क पर लंबा जाम लग गया, जिसे पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद खोला.
सीएम-डिप्टी सीएम ने जताया दुख : सीएम भजनलाल ने एक्स पर पोस्ट कर हादसे को लेकर दुख जताया. उन्होंने लिखा कि दौसा में भीषण सड़क हादसे में जनहानि का समाचार अत्यंत दु:खद है. जिला प्रशासन को घायलों का त्वरित एवं समुचित उपचार सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है. वहीं, डिप्टी सीएम प्रेम चंद बैरवा ने भी लिखा कि दौसा में हुए भीषण सड़क हादसे में जनहानि होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है. घायलों के शीघ्र व समुचित उपचार के लिए दौसा जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है. संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं.
पूर्व सीएम-डोटासरा ने भी हादसे को दुखद बताया : पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने भी एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि दौसा में हुए भीषण सड़क हादसे में खाटूश्याम जी के दर्शन कर के लौट रहे श्रद्धालुओं की मृत्यु अत्यंत दुखद है. गहरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं. ईश्वर उन्हें इस कठिन समय में धैर्य और संबल दें. वहीं, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने लिखा कि खाटूश्यामजी के दर्शन कर लौट रहे यूपी के एटा निवासियों की दौसा में दर्दनाक सड़क दुर्घटना में मृत्यु की खबर अत्यंत दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है. हृदय विदारक हादसे में कई बच्चों का काल कवलित होना बेहद पीड़ादायक है.

